मगरमच्छ का डेंटिस्ट कोई इंसान नहीं बल्कि बर्ड्स होते हैं. मगरमच्छ के डेंटिस्ट बर्ड का नाम प्लोवर है. प्लोवर सिर्फ मगरमच्छ के दांतो की सफाई करने का ही काम करते हैं.
लोगों के दांत मे छोटी प्रॉब्लम हो या बड़ी एक ही नाम याद आता है, वो है डेंटिस्ट..! डेंटिस्ट का काम होता है लोगों के दांत की तकलीफ को दूर करना. इंसान के दांतों की कैविटी हो या कोई और तकलीफ हो, डेंटिस्ट्स उसे झट से ठीक कर देते हैं. ये तो केवल इंसान के दांतों की तकलीफ दूर करने का उपाय है. जरा सोचिए अगर किसी जानवर के दांत मे तकलीफ हो तो क्या वो भी इंसानो वाले डेंटिस्ट के पास जाय? हर एक जानवर का तो हम कह नहीं सकते हैं लेकिन एक ऐसा जानवर भी है जिनका डेंटिस्ट कोई इंसान नहीं बल्कि बर्ड्स होते हैं. वह कोई और जानवर नहीं बल्कि मगरमच्छ ही है. आइए जानते हैं कि कौन सा पक्षी मगरमच्छ के डेंटिस्ट का काम करता है?
मगरमच्छ के डेंटिस्ट का नाम
मगरमच्छ का डेंटिस्ट कोई इंसान नहीं बल्कि बर्ड्स होते हैं. मगरमच्छ के डेंटिस्ट बर्ड का नाम प्लोवर है. प्लोवर सिर्फ मगरमच्छ के दांतो की सफाई करने का ही काम करते हैं. प्लोवर बिना किसी डर के मगरमच्छ के मुंह में घुस जाते हैं और दांत से गंदगी निकालने लग जाते हैं. दरअसल प्लोवर मगरमच्छ के दांतो के बीच में फंसा मांस खाता है.
मगरमच्छ के मुंह से जिंदा वापस आता है प्लोवर
लगभग सभी लोग जानते हैं कि मगरमच्छ कब अटैक कर दे, कुछ कहा नहीं जा सकता है. यदि कोई जीव मगरमच्छ के करीब जाता है तो समझिए उसकी मौत निश्चित रूप से होनी ही है. ऐसे मे प्लोवर पक्षी मगरमच्छ के मुँह के अंदर घुसकर बड़ी आसानी से जिंदा बाहर निकल आता है. मगरमच्छ प्लोवर पक्षी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है. बल्कि अच्छी तरह उससे दांतो की सफाई करवाता है.
प्लोवर और मगरमच्छ है एक दूसरे पर डिपेंड
मगरमच्छ शिकार करके उसका मांस खाता है तो ऐसे में उसके दांत मांस चबाने का काम अच्छे से करते हैं. अक्सर मांस के पीस मगरमच्छ के दांतो के बीच में ही फंसे रह जाते हैं. मगरमच्छ अपने दांतो मे फंसे मांस के टुकड़े नहीं निकाल सकता है. इसलिए ही मगरमच्छ अपना मुंह खोलकर खामोशी से पड़ जाता है. इसी समय प्लोवर पक्षी मगरमच्छ के मुंह के अंदर घुसकर दांतो मे फंसे मांस के टुकड़ों को खा जाते हैं. ऐसा करने से प्लोवर को भरपेट भोजन मिल जाता है और साथ ही मगरमच्छ के दांत भी साफ हो जाते हैं.