भाजपा के लिए रायगढ़ के साथ चंद्रपुर भी बना हॉट सीट
Journalist BHUNESWAR NIRALA ✍️ सच दिखाने की ज़िद
रायगढ़। विधानसभा चुनाव को लेकर अब लगभग दो माह ही बचे हैं और अचार संहिता लगने से पहले ही प्रदेश भाजपा ने 21 प्रत्याशियों की सूची जारी कर कांगे्रस को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में भाजपा सत्ता पर आसीन होने नए-नए प्रयोग के साथ प्रत्याशियों का चयन कर रही है। इस बार भाजपा सभी सीटों पर चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशियों का चयन कुछ इस तरह कर रही है कि फिर से वह सत्ता की कुर्सी पर कब्जा कर सके। भाजपा की इसी रणनीति की वजह से इस बार चुनाव से पहले ही रायगढ़ और चंद्रपुर विधानसभा हॉट सीट बन गया है। रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा इस बार कांग्रेस के प्रकाश नायक को चुनौती देने के लिए प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. प्रकाश कुमार मिश्रा पर दांव खेलने की मंशा बना रही है, लेकिन इससे पहले ओपी चौधरी को पार्टी सेट करना चाहती है या तो ओपी चौधरी को चंद्रपुर विधानसभा सीट से लड़ाया जा सकता है या फिर ओपी चौधरी की सहमति पर उन्हें रायगढ़ से चुनाव लड़ाया जा सकता है।
इधर राजनीति से जुड़े सूत्रों का स्पष्ट कहना है इस बार रायगढ़ विधानसभा में प्रकाश वर्सेस प्रकाश होने वाला है यानी डॉक्टर प्रकाश मिश्रा को टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है। डॉ. प्रकाश मिश्रा ने भी मौका मिलने पर चुनाव लडऩे की बात कह कर रायगढ़ की राजनीति में खलबली मचा दी है। ऐसे में भाजपा से टिकट की दावेदारी करने वाले दर्जन भर चेहरों पर मायूसी की लहर देखने को मिल रही है। हालांकि यह बात भी कहीं जा रही है कि यदि रायगढ़ विधानसभा से डॉक्टर प्रकाश मिश्रा को टिकट दिया जाता है तो पार्टी में गुटबाजी कुछ हद तक कम होगी। वरन किसी अन्य को टिकट दिया जाता है तो भाजपा में गुटबाजी का प्रकोप देखने को मिल सकता है। ऐसे में चंद्रपुर सीट से ओपी चौधरी को चुनाव लड़ाने माहौल बनाया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए पार्टी के आला नेता जूदेव परिवार के सम्पर्क में हैं यदि वे उन्हें मनाने में कामयाब होते हैं तो चंदपुर से ओपी का लडऩा तय माना जा रहा है।
हालांकि रायगढ़ विधानसभा का जो विश्लेषण किया जा रहा है उसमें ओपी चौधरी और डॉक्टर प्रकाश मिश्रा दोनों ही बेहतर कैंडिडेट माने जा रहे हैं यानी कांग्रेस को टक्कर देने में डॉक्टर मिश्रा और ओपी चौधरी एक सशक्त नाम हो सकते हैं। यदि दोनों नाम पर किसी तरह सहमति नहीं भी बनती तब पूर्व विधायक विजय अग्रवाल को टिकट लगभग तय मानी जा रही है। क्योंकि विजय अग्रवाल ने गत विधानसभा चुनाव में मतदाताओं के बीच अपनी पैठ का जलवा दिखा चुके हैं। यह भी माना जा रहा है कि निर्दलीय होकर 50 हजार वोट पाना अपने आप में एक उपलब्धि है। जहां तक ओपी और डॉ मिश्रा के बाद सशक्त दावेदारों में किसी का नाम आता है तो वह विजय का ही है। अब यह आने वाला समय ही बताएगा की भाजपा रायगढ़ से ओपी चौधरी को लड़ाना चाहती है या डॉक्टर पीके मिश्रा को, लेकिन डॉक्टर प्रकाश मिश्रा का नाम चलने से अब रायगढ़ में राजनीतिक उथल- पुथल दोनों ही पार्टी में मच गई है। भाजपा से जहां दावेदारी कर रहे लोगों में मायूसी है तो वही कांग्रेस में चुनाव को लेकर खलबली मच गयी है। प्रकाश मिश्रा, ओपी चौधरी या विजय अग्रवाल में से किसी को भी टिकट मिलता है तो कांग्रेस के लिए यह चुनौती साबित होगी।
यही वजह है कि कांग्रेस अब आने वाले दिनों में भाजपा द्वारा किए जाने वाली अगली प्रत्याशियों की लिस्ट पर नजर बनाये हुए है। इधर मतदाताओं के बीच भी यह बात चल रही है की रायगढ़ और चंद्रपुर विधानसभा चुनाव में इस बार हॉट सीट साबित हो सकती है। दोनों ही पार्टी में रायगढ़ के संदर्भ में लगातार बैठके राजधानी से लेकर दिल्ली तक जारी है।