गिरते भूजलस्तर ,बढ़ते पर्यावरणीय असंतुलन ,जलवायु परिवर्तन ,ग्लोबल वार्मिंग ,प्राकृतिक आपदाओं सहित जल सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए युवाओं में जागरूकता लाने के उद्देश्य से नेशनल इनोवेशन फोरम के तत्वावधान में जिला व्यापी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है
इस क्रम में विश्व जल दिवस के मौके पर आओ भविष्य के लिए बचाएं जल अभियान के तहत मंगलवार को विश्व जल दिवस के मौके पर लोयोला महाविद्यालय कुनकुरी में स्टूडेंट्स को जल सरंक्षण एवं जैव विविधता के रक्षा के लिए विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया एवं जल सरंक्षण की शपथ दिलाई गई एवं जल के विवेकपूर्ण उपयोग के लिए समाज में जागरूकता संदेश देने प्रेरित किया गया।संकल्प सभा में महाविद्यालय के प्रोफेसर्स एवं स्टॉफ भी शामिल हुए।
इनोवेशन फोरम टीम के संयोजक एवं पर्यावरण कार्यकर्ता एस पी यादव ने स्टूडेंट्स सह प्रोफेसर्स को बताया कि जशपुर जिले की मौजूदा स्थिति अच्छी नहीं है ,यह जिला रेड जोन में है , यहां भूजलस्तर 27 फ़ीट से नीचे जा चुका है , लगातार वनस्पतियों एवं संसाधनों के अतिदोहन के कारण आने वाले दिनों में जल संकट की समस्या विकराल रूप लेगी ,उन्होंने कहा कि विश्व की सम्पूर्ण प्रयोगशालाएं मिलकर भी जल के एक बूंद का निर्माण नहीं कर सकती ,इसलिए जल का सरंक्षण बेहद जरूरी है।
उन्होंने बताया कि जल सरंक्षण की दिशा में व्यापक जागरूकता संदेश देने यह अभियान एक कारगर कदम होगा।
लोयोला महाविद्यालय के प्राचार्य फादर डॉक्टर ओस्कार तिर्की ने स्टूडेंट्स को बताया कि वे अपने नैतिक जिम्मेदारियों को समझें एवं जल सरंक्षण के प्रभावी उपायों पर ध्यान दें, आने वाले दिनों में जल संकट एक चुनौती होगी ,जल के प्राकृतिक स्रोतों को पुनर्जीवित करके वनस्पतियों का भी सरंक्षण करना होगा।
इस मौके पर महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर किशोर मिंज ने स्टूडेंट्स को जल सरंक्षण की महत्ता से अवगत कराते हुए शपथ दिलाया।