जशपुरनगर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में तेज रफ्तार कार अनियंत्रित हो कर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। दुर्घटना में कार चालक अभिषेक मिंज बाल बाल बच गया। लेकिन दुर्घटना का शिकार हुई कार,बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।
बता दें कि, घटना जिले के मनोरा चौकी क्षेत्र के सोगड़ा के समीप की है। जानकारी के अनुसार अभिषेक मिंज शुक्रवार को अपने नीजि कार क्रमांक सीजी 14 एमई 2702 से सोगड़ा घूमने आया हुआ था। बताया जा रहा हेै कि अभी कार चड़िया के पास ही पहुंची थी कि अनियंत्रित हो कर पलट गई।
दरअसल, आसपास के रहवासियों ने कार में फंसे हुए चालक को बाहर निकाला। उल्लेखनिय है कि जशपुर सन्ना रोड के पूर्ण डामरीकृत और चौडीकरण होने के बाद, वाहनाें की अनियंत्रित रफ्तार बड़ी समस्या बनी हुई है। विशेषकर,इस रोड में स्थित इंदा घाट में कई छोटे बड़े वाहन भयावह दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। इन दुर्घटनाओं में जनहानि भी हुई है। लेकिन,इससे अब तक लोगों ने कोई सबक नहीं सीखा है। जनजातिय बाहुल्य जशपुर जिले में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती हुई संख्या को रोकना,पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। बीते दिनों पुलिस महानिरीक्षक नेहा चम्पावत की अध्यक्षता में हुई दुर्घटना की आनलाइन एंट्री को लेकर बैठक में जिले में सड़क दुर्घटनाओं के चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं।
फिलहाल, इस बेैठक में पुलिस विभाग द्वारा प्रस्तुत किये गए आंकड़े के अनुसार इस साल जनवरी से मई के बीच सबसे अधिक सड़क दुर्घटना के 33 मामले पत्थलगांव में दर्ज किये गए है। 27 प्रकरण के साथ जशपुर दूसरे और 19 प्रकरण के साथ कुनकुरी तीसरे स्थान पर है। पुलिस विभाग द्वारा जिले में होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर किये गए अध्ययन में पाया गया है कि अधिकांश दुर्घटनाएं ओवर स्पीड,शराब पीकर वाहन चलाने,क्षमता से अधिक सवारी बैठाने और यातायात नियमों की अनदेखी से होती है। वहीं,दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि का सबसे बड़ा कारण वाहन चलाने के दौरान सीट बेल्ट और हेलमेट का प्रयोग ना करना है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर