Chhattisgarh News : आदिवासी बाहुल्य सरगुजा संभाग के सबसे बड़े उच्च शिक्षा का केंद्र माने जाने वाले राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में इन दिनों लचर व्यवस्था है.
बता दें, यहां अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राएं काफी परेशान हैं. RGGPGC कॉलेज में समय से न तो परीक्षा हो रही है, न ही परीक्षा परिणाम जारी हो रहे हैं. ऐसे में प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने से लेकर दूसरे महाविद्यालयों में एडमिशन नहीं होने की चिंता से यहां के छात्र परेशान हैं. इन्हीं समस्याओं को शुक्रवार को महाविद्यालय में छात्रों ने जमकर हंगामा किया.कॉलेज के प्रिंसिपल का घेराव कर दिया.
हालांकि, छात्रों ने महाविद्यालय प्रबंधन को चेतावनी भी दी है. कहा है कि अगर जल्द से जल्द व्यवस्था नहीं सुधरती है, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे. जिसकी जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रबंधन की होगी.
ग्रेजुएशन ही कंप्लीट नहीं होगा
वहीं, जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे हैं, वह भी उन परीक्षा को नहीं दे सकेंगे, क्योंकि उनका ग्रेजुएशन ही कंप्लीट नहीं होगा.
दरअसल, राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय (RGGPGC) में अभी तक सभी संकायों का छठवें सेमेस्टर का परीक्षा नहीं हुआ है. जबकि प्रदेश के अन्य महाविद्यालयों में छठवें सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम आ चुके.ऐसे अब छात्रों की परेशानी ये है कि परीक्षा देरी से होने के कारण जब तक रिजल्ट घोषित होगा तब तक पीजी की सीटें फुल होने के साथ उनका एडमिशन भी जिले के बाहर के महाविद्यालयों में नहीं हो सकेगा.
कॉलेज की वेबसाइट खराब
दरअसल, महाविद्यालय के छात्रों ने बताया कि अंबिकापुर का राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जिसे पीजी कॉलेज के नाम से जाना जाता है. ये पूरी तरह ऑटोनॉमस बॉडी है, नियम बनाने से लेकर परीक्षा परिणाम घोषित करने तक की तमाम शक्ति महाविद्यालय प्रबंधन की स्वयं की है. इस महाविद्यालय को विश्वविद्यालय प्रबंधन से किसी प्रकार की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होती है.
सभी संकायों का छठवें सेमेस्टर के एग्जाम नहीं हुए.
फिलहाल, इसके बावजूद लचर व्यवस्था के कारण यहां आज तक समय से परीक्षा नहीं होती है, जिसके कारण यहां पढ़ने आए दूर-दूर से छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. छात्रों ने बताया कि महाविद्यालय का अपनी वेबसाइट है, जो काफी दिनों से खराब है, ऐसे में छात्रों को किसी भी प्रकार की जानकारी लेने के लिए कॉलेज तक आना पड़ता है.
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर