अंबिकापुर :- छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में स्कूली छात्रा को झांसा देकर भगाकर ले जाने तथा कब्जे में रख दुष्कर्म करने के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश कमलेश जगदल्ला ( फास्ट ट्रैक, स्पेशल कोर्ट पोक्सो एक्ट) अंबिकापुर के न्यायालय ने रायगढ़ जिले के तमनार खालेपारा निवासी नरेंद्र साव (23) को 20 वर्ष कारावास की सजा सुनाई है।
वहीं, न्यायालय ने अर्थदंड का भी प्रविधान किया है। राज्य शासन की योजना के तहत पीड़िता को पांच लाख की क्षतिपूर्ति दिए जाने की अनुशंसा भी न्यायालय ने की है।
जानकारी के अनुसार सरगुजा जिले की एक छात्रा बीते 12 अप्रैल 2022 को परीक्षा देने के लिए घर से निकली थी। इसके बाद वह घर वापस नहीं लौटी। घरवालों ने काफी खोजबीन की लेकिन उसका पता नहीं चला। स्वजन ने पुलिस से शिकायत की थी। इस पर पुलिस ने धारा 363 का अपराध पंजीकृत किया था। स्कूली छात्रा की खोजबीन की जा रही थी। इसी बीच 24 मई 2022 को पीड़िता का फोन उसके पिता के पास आया। जिस पर उसने खुद के रायगढ़ जिले के एक मंदिर के पास होने की जानकारी दी। इसी जानकारी के आधार पर पीड़िता के पिता व दादा के साथ पुलिस ने पीड़िता को बरामद किया था। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपित नरेंद्र साव को अपहरण, दुष्कर्म तथा लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय के निर्देश पर जेल दाखिल किया था। प्रकरण के सारे तथ्यों की सुनवाई तथा पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर
दरअसल, अपर सत्र न्यायाधीश कमलेश जगदल्ला ( फास्ट ट्रैक, स्पेशल कोर्ट पोक्सो एक्ट) के न्यायालय ने आरोपित नरेंद्र साव को धारा 363,376(3), तथा लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धारा का दोषी पाया। आरोपित को धारा 363 में तीन वर्ष तथा धारा 376 (3) में 20 वर्ष तथा लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धारा के तहत 20 वर्ष कारावास की सजा सुनाई है। तीनों धाराओं की सजा में अर्थदंड का भी प्रविधान किया गया है सभी सजाएं साथ-साथ चलेगी।
राह चलते लोगों से मोबाइल मांग कर घरवालों को फोन किया था पीड़िता ने
फिलहाल, पीड़िता से पूछताछ पर पता चला था कि आरोपित नरेंद्र साव झांसा देकर उसे भगा कर ले गया था। पीड़िता को रायगढ़ के एक औद्योगिक क्षेत्र में ले जाकर किराए के मकान में रखकर उसके साथ दुष्कर्म किया।पीड़िता ने घर जाने की बात कही तो उसे धमकाया भी था। किसी तरह आरोपित के चंगुल से भाग कर छात्रा एक मंदिर के पास पहुंची थी। मार्ग से गुजर रहे लोगों से मोबाइल मांग कर उसने घर वालों को घटना की जानकारी दी थी। पीड़िता द्वारा दी गई जानकारी पर ही घर वालों ने पुलिस के साथ मिलकर उसे बरामद किया था।
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर