Chhattisgarh News :- छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक 83 साल के बुजुर्ग की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. मामला सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया.
बता दें, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीज के आसपास के घरों में जाकर जांच की. मृतक का इलाज रायपुर में किया जा रहा था. परिजन रविवार सुबह मरीज को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज ले आए थे जहां उनकी मौत हो गई. जिले में स्वाइन फ्लू से यह दूसरी मौत है. आपको बता दें कि 83 साल के इस बुजुर्ग को परिजन 16 अगस्त को पटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे.
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कैसे हुई मरीज की मौत ?
हालांकि, शुरुआती इलाज के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. मरीज को रायपुर के MMI नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. इसके बाद परिजन उन्हें 17 अगस्त को वेंकटेश्वर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लेकर गए. यहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया. शनिवार रात परिजन मरीज को लेकर मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर आए जहां उनकी मौत हो गई. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो, जिले में अब तक स्वाइन फ्लू से 3 मामले सामने आए हैं.
फ्लू टेस्ट के निर्देश जारी
वहीं, CMHO कोरिया डॉ. प्रशांत सिंह ने कहा कि रायपुर से मिली रिपोर्ट के आधार पर पटना रेलवे स्टेशन के आसपास रहने वाले करीब 32 परिवारों का सर्वे किया गया है. 127 सदस्यों के सर्वे में कोई संदिग्ध मरीज नहीं मिला. संबंधित मरीज के संपर्क में आने वालों व आसपास के लोगों का सर्वे फिर से कराया जाएगा. CMHO ने बताया कि स्वाइन फ्लू के मरीज मिलने के बाद गंभीर रूप से खांसी व सर्दी के साथ तेज बुखार वाले मरीजों का स्वाइन फ्लू टेस्ट कराने का निर्देश दिया गया है. कोरिया में वायरोलॉजी लैब को भी अपडेट किया जा रहा है.
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स्वास्थ्य विभाग कर रहा सर्वे
दरअसल, मरीज की मौत की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कटोरा में घर-घर सर्वे शुरू कर दिया है. सर्वे के बाद जानकारी मिलेगी कि इससे स्थानीय लोग प्रभावित हैं या नहीं. CMHO ने कहा कि बारिश में किसी भी वायरस का असर ज्यादा रहता है, स्वाइन फ्लू में सर्दी, बुखार, जुकाम के सामान्य लक्षण होते हैं, लेकिन यह सामान्य दवा से ठीक नहीं होता है. इसलिए इधर-उधर इलाज न कराएं और जिला अस्पताल पहुंचकर अपनी जांच कराएं. सुरक्षा के लिए लोग मास्क का इस्तेमाल करें.
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क्या है इस बीमारी के लक्षण ?
फिलहाल, स्वाइन फ्लू, जिसे H1N1 फ्लू भी कहा जाता है.वो एक तरह का इन्फ्लूएंजा वायरस है जो सूअरों में पाया जाता है लेकिन कभी-कभी इंसानों में भी फैल सकता है. इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, जिसमें बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द, ठंड लगना और थकान शामिल हैं. गंभीर मामलों में यह निमोनिया या सांस लेने में कठिनाई पैदा कर सकता है, जो जानलेवा हो सकता है. स्वाइन फ्लू के फैलने का मुख्य तरीका संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आना है. इससे बचाव के लिए नियमित हाथ धोना, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना और वैक्सीन लगवाना प्रभावी उपाय हो सकते हैं.
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर