शनिवार को शहर के एन ई एस कॉलेज में रासेयो स्वयंसेवकों द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत घासफूस सफाई कार्य किया गया।
स्वच्छता अभियान के पश्चात परिचर्चा सत्र में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विनय तिवारी ने स्वयंसेवको को कहा की स्वच्छ परिवेश में रहना और निरंतर सफाई कार्य मानव की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है लेकिन वर्तमान कड़ी प्रतियोगिता के वातावरण में कैरियर निर्माण का दबाव के चलते युवाओं में स्वच्छता के प्रति उदासीनता घर कर गई है दूसरी ओर आलस्य भी एक कारण है। मानव समाज के कार्य संस्कृति में स्वच्छता एक संस्कार के रूप में निहित है अतः सफाई की आदत होना व्यक्ति के समाज में उसकी पद प्रतिष्ठा और भूमिका से कोई संबंध नहीं है।
डॉ. तिवारी ने स्वयंसेवकों से उचित समय प्रबंधन और इच्छाशक्ति के बल पर सफाई कार्य को जीवनचर्या में शामिल करने को आह्वान किया। रासेयो महिला इकाई की कार्यक्रम अधिकारी प्रिंसी कुजूर ने भी स्वयंसेवकों से निरंतर स्वच्छता अभियान से जुड़े रहने को कहा। स्वच्छता अभियान में वरिष्ठ स्वयंसेवकों का कुशल नेतृत्व रहा।