शिक्षक पर जानलेवा हमला कर पत्थरों से कुचला सिर गंभीर हालत में किया गया अस्पताल में भर्ती

रोहित यादव ( प्रतापपुर ):- सूरजपुर जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र में एक शिक्षक पर निर्मम हमला एवं मौत के घाट उतारने का साजिश का मामला सामने आया है। स्कूल से घर लौट रहे शिक्षक पर कुछ हमलावरों ने सिलफिली जंगल में घात लगाकर हमला कर दिया। पहले लात-घूंसों से पीटा गया और फिर पत्थरों से कुचल दिया गया, जिससे शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। इस घटना के बाद शिक्षकों और ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल है।
जंगल में घेरकर शिक्षक की निर्मम हत्या करने का प्रयास
मिली जानकारी के अनुसार, मरकाडांड प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक जीवधन जायसवाल मंगलवार को स्कूल की ड्यूटी पूरी कर घर लौट रहे थे। जब वे सिलफिली जंगल के पास पहुंचे, तभी घात लगाए बैठे वीरेंद्र, जितेंद्र और अनिल जायसवाल ने उन पर हमला कर दिया।
हमलावरों ने पहले शिक्षक को रोककर लात-घूंसों से बुरी तरह पीटा और फिर पत्थरों से हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया। हमले में शिक्षक का एक पैर टूट गया और वह बेसुध होकर वहीं गिर पड़े। स्थानीय राहगीरों की मदद से किसी तरह उन्हें बचाया गया, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
घटना को सुनते ही ग्रामीणों में आक्रोश ,
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शिक्षक को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस मामले को हल्के में ले रही है और आरोपियों को बचाने के लिए सिर्फ जमानती धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
पीड़ित शिक्षक के परिजन धर्मपाल जायसवाल ने बताया कि आरोपी पहले भी धमकियां दे चुके थे, लेकिन पुलिस ने कभी कोई सख्त कदम नहीं उठाया। सिर और शरीर पर गंभीर चोटों के बावजूद पुलिस की लापरवाही से ग्रामीणों में भारी रोष है।
पुरानी रंजिश का शक,सख्त कार्रवाई की मांग
पुलिस को शक है कि यह हमला किसी पुरानी रंजिश या आपसी विवाद का परिणाम हो सकता है। हालांकि, इस हमले में एक अन्य शिक्षक समेत तीन लोगों के शामिल होने की जानकारी भी सामने आ रही है।
इस घटना से शिक्षक समुदाय में दहशत फैल गई है। शिक्षक संघ ने जिला प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
प्रतापपुर थाना प्रभारी लक्ष्मण धुर्वे का कहना है कि शिक्षक के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर धाराएं बढ़ाई जाएंगी और मामले की निष्पक्ष जांच होगी
शिक्षकों की सुरक्षा पर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब शिक्षकों पर इस तरह का हमला हुआ हो। शिक्षकों का कहना है कि प्रशासन को सुरक्षा के ठोस इंतजाम करने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेगा या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा? पुलिस जांच कर रही है, लेकिन अगले 24 घंटे में यह साफ हो जाएगा कि आरोपियों की गिरफ्तारी होती है या नहीं।
यह मामला सुनते ही क्षेत्र में सनसनी मची हुई है।
इस विषय में थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह ने बताया की मामला काफी गंभीर है मौका का सूचना प्राप्त होते ही पुलिस बल तैनात कर दी गई थी तथा अस्पताल में मरीज की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जिला अस्पताल गंभीर अवस्था में भर्ती कर दिया गया था इसकी जांच कार्यवाही चल रही है आरोपियों की धर पकड़ के जाल बिछाए गए हैं। और कई धाराओं में अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
वही इस विषय में विकासखंड शिक्षा अधिकारी एम एश धुर्वे ने कहा कि अभी तक यह मामला मेरे समक्ष में नहीं आया है मामले का पता करता हूं कहां के शिक्षक हैं।