जशपुर/सन्ना:-जशपुर जिले के सन्ना थाना क्षेत्र से एक खबर निकल कर आई है जहां बताया जा रहा है कि सन्ना क्षेत्र के सैकड़ो किसान एक साथ आक्रोशित हो कर हाथों में डंडा लिए सड़क पर निकल आये और आवारा की तरह सालों से सड़को पर घूम रहे गाय-बैलों को एक साथ हांकते हुए सन्ना के अटल चौक के पास में बना एक बाउंड्री के अंदर ले जा कर ताला लौक कर दिया फिर क्या था
आवारा की तरह गाय बैल को सड़कों में छोड़ने वाले शहर के नामचीन मवेशी मालिकों को हाय तौबा मच गया और कुछ गिने चुने मवेशी मालिक रात में ही किसानों से अपना मवेशी वापस छुड़ने की बात कहते हुए बहस करने लगे हालांकि कुछ लोगों के समझाई के बाद मामला शांत हुआ।
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एक रात मवेशियों को बाउंड्री में रखने के बाद किसानों ने मवेशी मालिकों को दुसरे दिन सुबह खुले में ना छोड़ने का समझाई और हिदायत देते हुए दुबारा से रात में सड़कों पर या किसानो के खेतों में मवेशी पाए जाने पर नीलाम करने की बात कहते हुए कुछ गाय बैल वापस सुपुर्द कर दिया।हालांकि दर्जनों मवेशियों के मालिकों का ही पता नही चला है।फिर से दूसरे रात यानी बीते रात पुनः दर्जनों मवेशियों को पुनः रात में किसान हांक कर बाउंड्री ने अंदर ले आये हैं। जिससे बताया जा रहा है कि बाकी सभी मवेशियों को आवारा मान कर ग्राम पंचायत के सहयोग से नीलामी कर दिया जायेगा।
आपको पूरा मामला बता दें की ग्राम पंचायत सन्ना में करीब चार वर्षों से सैकड़ों मवेशी आवारा की तरह दिन में सड़क पर रहते थे और रात होते ही किसानों के फसल को चरने चले जाते थे जिससे किसानों को लाखों रुपये का चूना लग जाता था और साल भर का मेहनत भी बर्बाद हो जाता था जिसे लेकर यहां के किसानों ने ग्राम पंचायत,तहसील कार्यालय,थाना में लिखित शिकायत भी कई बार कर चुके थे इसके बाद भी मवेशी मालिको की मनमानी बढ़ती जा रही थी वहीं करीब एक सप्ताह पहले ही यहां के किसानो ने सन्ना के लोकल प्रशासन (ग्राम पंचायत,तहसील कार्यालय, पुलिस थाना) को लिखित आवेदन भी दिया था और तीन दिवस के भीतर मवेशियों को व्यवस्थित करने और उनके हित मे फैसला लेने का मांग किय्या था। मांग पूरा ना होने पर आंदोलन की चेतावनी भी लिखा था,
( हालांकि ग्राम पंचायत के द्वारा गांव-गांव में घूम कर मुनादी करा दिया गया था) परन्तु 4 दिनों बाद भी कोई कार्यवाही नही होता देख सन्ना क्षेत्र के सैकड़ो किसान रात के 09 बजे सड़कों पर आवारा की तरह घूम रहे मवेशियों को हांकते हुए ले जा कर बाउंड्री के अंदर बंद कर ताला लौक कर दिया है और दूसरे दिन सुबह मवेशी मालिकों के आने के बाद मालिकों के पहचान कर छोड़ दिया परन्तु तीसरे दिन रात यानी कि आज रात फिर किसानों ने कुछ ऐसा ही किया है लेकिन अब मवेशियों को छोड़ने की बात किसान नही कह रहे हैं बल्कि किसानों ने बताया कि अब इन मवेशियों का नीलाम ग्राम पंचायत के सहयोग से किया जायेगा , किसानों ने यहां तक कहा की अगर किसान एक्शन में आ गए हैं इतना में भी अगर सुधार नहीं होगा तो अगला कदम और भयावह होगा।