साल 2024 कुछ ही घंटों में विदा लेकर केवल यादें बनकर रह जाएगा। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष कई ऐसी घटनाएं घटीं, जो राज्य के लोगों के दिलों में सदा जीवित रहेंगी। ये घटनाएं इतनी दुखद, दर्दनाक और भयावह थीं कि इन्हें कोई भी आसानी से भुला नहीं पाएगा।
बलौदाबाजार हिंसा, कवर्धा हादसा, कुम्हारी में बस पलटने की घटना, सूरजपुर डबल मर्डर कांड जैसे हादसों ने छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश को हिला देने वाले थे। आइए जानते हैं, साल 2024 की कुछ बड़ी घटनाओं के बारे में।
1. कवर्धा हादसा: तेज रफ्तार पिकअप पलटने से 19 की मौत
20 मई को छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें तेज गति पिकअप गाड़ी पलट कर 20 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई। इस हादसे में 19 लोगों की जान चली गई, जिनमें 18 महिलाएं शामिल थीं। ये लोग तेंदूपत्ता तोड़कर अपने गांव लौट रहे थे। हादसे में 13 लोग घटनास्थल पर ही जान खो बैठे थे। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया और विष्णुदेव साय सरकार ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया।
2. बलौदाबाजार हिंसा: कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय में आगजनी
10 जून को बलौदाबाजार में हिंसक भीड़ ने कलेक्टर और एसपी कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में भारी संपत्ति का नुकसान हुआ, जिसमें 12.5 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान अनुमानित था। 25 पुलिसकर्मी घायल हुए और 200 से अधिक वाहन जलकर खाक हो गए। इस हिंसा के बाद 186 लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिनमें कांग्रेस एमएलए देवेंद्र यादव का नाम भी शामिल था।
3. लोहारीडीह हत्याकांड: एक सप्ताह में तीन हत्याएं
कबीरधाम जिले के लोहारीडीह में सितंबर में एक सप्ताह के अंदर तीन हत्याएं हुईं थीं। पहली हत्या में शिव प्रसाद साहू का शव पेड़ से लटका मिला। इसके बाद, 19 सितंबर को पुलिस हिरासत में आरोपी प्रशांत साहू की मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कई पुलिसकर्मियों को हटाया और प्रकरण की जांच की।
4. कुम्हारी हादसा: बस पलटने से 13 कर्मचारियों की मौत
10 अप्रैल को भिलाई के कुम्हारी थाना क्षेत्र में एक भीषण हृदय विदारक हादसा हुआ, जिसमें केडिया डिस्टलरी कंपनी के कर्मचारियों से भरी बस पोल से टकराकर 50 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 13 कर्मचारियों की जान चली गई। मृतकों में 3 महिलाएं भी शामिल थीं। यह हादसा कर्मचारियों के छुट्टी के बाद घर लौटने के दौरान हुआ था।
5. बलौदाबाजार में आकाशीय बिजली से 9 की मौत
8 सितंबर को छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें से 7 लोग एक साथ मारे गए थे, जब वे तालाब के किनारे बैठकर बात कर रहे थे। इसी दिन अभनपुर में भी एक भाई-बहन बिजली की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई थी।
6. सूरजपुर डबल मर्डर: प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या
सूरजपुर जिले में प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की बेरहमी से मर्डर कर दिया गया था। हत्या के बाद दोनों के शव को नहर के पास फेंक दिया गया था। पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सीके चौधरी भी शामिल थे। इस मामले में जमकर सियासत हुई थी।
7. सीतापुर हत्याकांड: युवक की हत्या कर शव पानी टंकी में दफनाया
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र में आदिवासी युवक संदीप लकड़ा की हत्या कर दी गई थी। मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने युवक का शव पानी टंकी के नीचे दफनाया था। पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया और मामले में लीपापोती करने के आरोप में पुलिस पर भी सवाल उठाए गए।
8. भिलाई में हिस्ट्रीशीटर का एनकाउंटर: अमित जोश का मारा जाना
दुर्ग जिले के भिलाई में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर बदमाश अमित जोश का एनकाउंटर कर दिया था। वह कई अपराधों का आरोपी था और पुलिस के घेरने पर उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की और उसे ढेर कर दिया।
9. बलरामपुर में पुलिस कस्टडी में मौत: कोतवाली में तोड़फोड़
24 अक्टूबर को बलरामपुर जिले में पुलिस कस्टडी में गुरु चंद मंडल की मौत के बाद भारी तनाव उत्पन्न हो गया। मृतक के परिवार और समाज के लोग पुलिस थाने में तोड़फोड़ और पथराव करने पहुंचे। इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया।
10. बलौदाबाजार में जादू-टोना के शक में परिवार की हत्या
बलौदाबाजार के कसडोल थाना क्षेत्र के ग्राम छरछेद में एक ही परिवार के चार लोगों की जादू-टोना के शक में हत्या कर दी गई। इस घटना में दो बहनें, एक भाई और एक बच्चा मारे गए। आरोपियों ने अपनी बच्ची की बीमारी के लिए मृतक परिवार को जिम्मेदार ठहराया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इस प्रकार, साल 2024 ने छत्तीसगढ़ को कई दुखद और अविस्मरणीय घटनाओं का सामना कराया। इन घटनाओं ने राज्य के हर नागरिक को गहरे सदमे में डाल दिया। हालांकि, सरकार ने इन घटनाओं में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की और प्रभावित परिवारों को राहत देने का प्रयास किया। अब यह साल सिर्फ यादों में ही रह जाएगा, लेकिन इसकी यादें लंबे समय तक दिलों में बनी रहेंगी।