रोहित यादव ( प्रतापपुर ) :- ग्राम मसगा में राशन दुकान संचालन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। ग्रामवासियों ने अनुविभागीय अधिकारी (रा०) को पत्र लिखकर आदेश क्रमांक 515/खाद्य/2024 को वापस लेने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान संचालक रामविलास तिर्की बीते पाँच वर्षों से ईमानदारी और निष्ठा के साथ राशन वितरण का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ग्राम के 99 प्रतिशत हितग्राही रामविलास के कार्य से संतुष्ट हैं और किसी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई है।
फर्जी शिकायत का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि गाँव के ही दो व्यक्तियों ने राजनीतिक दबाव और सरपंच के पुत्र प्यारेलाल के सहारे फर्जी शिकायत दर्ज कराई है। बताया गया कि सरपंच के पुत्र ने सरपंच का फर्जी हस्ताक्षर करके शिकायत करवाने का प्रयास किया। ग्रामवासियों के अनुसार, शिकायत का आधार व्यक्तिगत विवाद है और इसका राशन वितरण से कोई संबंध नहीं है।
हितग्राहियों का समर्थन
ग्रामीणों ने अपने पत्र में लिखा है कि रामविलास तिर्की ने पाँच वर्षों से सेवा प्रदान की है और कभी कोई गड़बड़ी नहीं की। उन्होंने यहाँ तक कहा कि यदि रात 12 बजे भी राशन की आवश्यकता होती है, तो फोन पर मदद उपलब्ध कराई जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि वे किसी अन्य व्यक्ति को राशन संचालन की जिम्मेदारी नहीं सौंपने देंगे।
ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि रामविलास तिर्की को राशन संचालन का कार्य जारी रखने की अनुमति नहीं दी गई और आदेश वापस नहीं लिया गया, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल करने को मजबूर होंगे।
अधिकारी से अपील
ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी (रा०) से निवेदन किया है कि वे आदेश को रद्द कर रामविलास तिर्की को ही राशन दुकान संचालन का कार्य सौंपे। उनका कहना है कि ग्राम के 99 प्रतिशत हितग्राही रामविलास के पक्ष में हैं, और उनकी सेवाएं उत्कृष्ट रही हैं।
यह विवाद अब प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। ग्रामीणों के समर्थन और विरोध के बीच प्रशासन को निर्णय लेने में संतुलन बनाना होगा ताकि किसी प्रकार का असंतोष उत्पन्न न हो।