कोरबा :-ग्रामीणों ने कहा कि मजबूर उन्हें कार्यालय के सामने आंदोलन करना पड़ रहा है। यहां बताना होगा कि प्रभावित किसानों की जमीन को एसईसीएल दद्वारा अपने कोयला खदान खोलने के लिए अर्जित कर लिया जाता है, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) दीपका परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों ने अपने लंबित रोजगार व अन्य मांगों को लेकर महाप्रबंधक कार्यालय के सामने तंबू लगाकर धरना पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि एक सितंबर को मलगांव फेस पर तीन दिनों तक अनशन किया गया था। तब प्रबंधन ने लंबित रोजगार व अन्य मांग को एसईसीएल बिलासपुर हेड क्वार्टर से अग्रिम कार्रवाई कर रोजगार उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था, पर अभी तक पहल नहीं हो सकी। लंबित रोजगार व अन्य मांगों को लेकर दीपका प्रबंधन ने बैठक ली और गुमराह करते रहे।
ग्रामीणों ने कहा कि मजबूर उन्हें कार्यालय के सामने आंदोलन करना पड़ रहा है। यहां बताना होगा कि प्रभावित किसानों की जमीन को एसईसीएल दद्वारा अपने कोयला खदान खोलने के लिए अर्जित कर लिया जाता है, पर रोजगार व उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता है। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों की मांग है कि दीपका क्षेत्र द्वारा पूर्व में अधिग्रहित ग्रामों में रोजगार के लिए लागू नियमों का पालन कर सभी को रोजगार प्रदान किया जाए, अर्जन के बाद जन्म लेने वाले आश्रितों को भी रोजगार देने समेत अन्य मांग है। ग्रामीणों का कहना है कि इसके बाद भी मांग पूरी नहीं की गई तो क्षेत्रीय कार्यालय में गेटबंदी, खदानबंद व चक्काजाम करने को बाध्य होंगे। धरना में ललित महिलांगे, सतीश चंद्रा, प्रकाश कोर्राम, भगीरथी यादव, रामाधार यादव, सागर कुमार जायसवाल, संदीप कंव,र बलेश्वर कोर्राम, परमेश्वर कोर्राम, हेमन कुमा,र नेटि आकाश कुमार, रामकुमार, बुधवार बाई, कमला बाई, मलगांव सरपंच धनकुंवर, आमगव सरपंच ब्रिज कुंवर, केशी कंवर, अनुप कंवर, रविन्द्रा जगत, केशव नरायन, सेत मसीह, दिलीप मिश्रा व शाहिद समेत अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे।