केंद्र सरकार वह राज्य सरकार मनरेगा कार्य के लिए सालाना हजारों करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है ताकि हर गांव की हर ग्रामीण तक मूलभूत सुविधाये पहुंच सके… लेकिन सरकार के विकास के दावे कहीं दूर-दूर तक नजर नहीं आते
एक तरफ देश जहां आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है वहीं दूसरी तरफ आजादी के 76 साल बाद भी बलरामपुर जिले के जनपद पंचायत वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत हरिगवां के ग्रामीण सड़क जैसे मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है।
उसी सड़क का पूर्व में पैसा लाखों रुपए से अधिक निकाल लिया गया है
हम जिस सड़क की बात कर रहे हैं वह सड़क कागजों में पूर्व में बन चुका है लेकिन जमीनी हकीकत में देखा जाए तो वह सड़क बनाई नही गई है और लाखों रुपए पंचायत के द्वारा निकाल लिए गए हैं ।
ग्रामीणों क्या कुछ कहा
वहां के ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की समस्या के बारे में हमने पंचायत की प्रतिनिधि एवं जनप्रतिनिधि सहित क्षेत्रीय विधायक को भी इसकी जानकारी दी है और अधिकारियों को भी इसकी जानकारी है लेकिन इसके बावजूद भी रोड नहीं बन पाया बरसात के दिनों में जब बारिश होता है तो आवागमन बंद हो जाता है ये सड़क दो-तीन गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ता है
स्कूली छात्र ने क्या कहा
स्कूली छात्रों ने बताया कि हम रोजाना इसी रोड से पढ़ाई करने के लिए स्कूल जाते हैं लेकिन रोड इतना खराब है कि हमें आने-जाने में बहुत दिक्कत होता है और जब बारिश हो जाता है तो हम स्कूल भी नहीं जा पाते है और आवागमन बंद हो जाता है जिससे हमारे शिक्षा भी पूरी तरीके से प्रभावित हो रहा है…
जनपद सीईओ ने क्या कुछ कहा
जब हम इस समस्या के बारे में जनपद सीईओ वाड्रफनगर से बाइट लेना चाहा तो उन्होंने साफ मन कर दिया और बताया कि हमें इसकी जानकारी नहीं है हम पहले पता कर लेंगे इसके बाद हम बाइट देंगे इससे साफ पता चलता है कि जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से किसी न किसी दिन कोई बड़ा घटना घटित हो जाएगा…..
सरपंच सचिव ने क्या कुछ कहा
वही जब इसके बारे में सरपंच और सचिव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत के खाते में अभी पैसा नहीं है जब पैसा आएगा तो रोड बनवा दिया जाएगा
संवाददाता – रोहित यादव बलरामपुर