जशपुर बगीचा:- जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत के कवई पंचायत में कुछ नाबालिक बच्चों से नरेगा के तहत चल रहे तालाब गहरी करण कार्य में काम कराया जा रहा है
आपको बता दें सरकार ग्रामीणों को रोजगार के माध्यम से आर्थिक स्तिथि सुधारने के उद्देश्य से नरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना लागू किया है । एवं इसके साथ बेहत नियम भी बनाएं हैं जिसमे नाबालिग बच्चों से काम कराना अपराध की श्रेणी में दर्शाया गया है
वहीं जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कवई में नियम को दरकिनार करते हुए नाबालिको से कार्य कराया जा रहा है ।
मनरेगा के तहत चल रहे तालाब गहरी करण कार्य में 3 नाबालिक लड़कियां कार्य करते पाई गई ।
वहीं मजदूरों का आरोप है कि हमें कभी मस्टर रोल में हस्ताक्षर नहीं कराया जाता है न ही कभी इसकी इंट्री हमारे जॉब कार्ड में की जाती है जिससे हम कितना दिन काम किए हैं इसका पता नहीं चल पाता है।
आगे वहां कार्यरत मजदूरों ने यह भी बताया कि हम सभी मजदूर 5 से 7 सप्ताह कार्य कर चुके हैं लेकिन अभी तक हमारे खाते में मजदूरी भुगतान नहीं हुआ है हम सभी का मजदूरी भुगतान का आज तक नहीं होना संदेह के दायरे में है क्योंकि हमें मस्टर रोल कभी नहीं दिखाया जाता है ।
जानकारी के लिए आपको बता दें नरेगा के किसी भी कार्य में मस्टर रोल कार्य स्थल पर रखा जाता है साथ ही प्रतिदिन हाजरी भरनी होती है।
दूसरी सप्ताह में एक दिन मजदूरों के जॉब कार्ड में हाजरी की इंट्री करनी होती है जिससे उन्हें ये पता चल सके की हमने कितने दिवस कार्य किया ।
तीसरी सबसे महत्वपूर्ण और अहम बात सप्ताह के अंत में सभी मजदूरों का मस्टर रोल में दस्तखत कराना भी अनिवार्य है ।
मामले में ग्राम पंचायत कवई के सचिव नंदकुमार यादव ने बताया की मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है न ही हमारी कोई जिम्मेदारी है कहकर पल्ला झाड़ते नजर आए ।
वहीं इस संबंध में बगीचा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आर एस लाल ने जांच कर कार्यवाही की बात कही है
मामले में जनपद सीईओ कुमार प्रमोद सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए, मैं जांच कराता हूं