जशपुरनगर:- कोरवा समाज का जशपुर,अंबिकापुर और बलरामपुर जिले का संयुक्त प्रतिनिधि मंडल ने रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की। यहां उन्होनें मुख्यमंत्री से पहाड़ी और दिहाड़ी कोरवा के नाम पर लंबे अर्से से चले आ रहे प्रशासनिक भेदभाव को समाप्त कर,कोरवा समाज को सरकारी योजनाओं का समान लाभ देने का अनुरोध किया है। प्रतिनिधि मंडल के साथ जशपुर की विधायक रायमुनि भगत,भाजपा के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण कुमार राय,भाजपा के जिला महामंत्री मुकेश शर्मा भी थे। कोरवा समाज के अध्यक्ष दीपेन्द्र राम ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बताया कि पहाड़ी कोरवा हो या दिहाड़ी,सभी के मिसल बंदोबस्त दस्तावेज के जाति के कालम में कोरवा शब्द का ही उल्लेख है। इसके बावजूद,सरकारी योजनाओं में पहाड़ी और दिहाड़ी कोरवा का भेदभाव किया जा रहा है। इससे,कोरवा समाज का एक बड़ा वर्ग योजनाओं के लाभ से वंचित हो जा रहा है। प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि पहाड़ी और दिहाड़ी कोरवा का भेद बिल्कुल भी जायज नहीं है। पहाड़ी कोरवाओं की पहचान घने जंगल में निवास करने और घूमंतु जाति के रूप में है। अपनी इसी प्रवृति के कारण कोरवाओं का एक बड़ा समूह घुमते हुए,पहाड़ी क्षेत्र से उतर कर मैदानी क्षेत्र में आ गया। अब इन्हें दिहाड़ी कोरवा बताया जा रहा है। जबकि शिक्षा और आर्थिक स्तर पर,दिहाड़ी कोरवाओं की स्थिति भी पहाड़ी कोरवाओं से भिन्न नहीं है। प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि इस भेदभाव को खत्म करने के लिए वे लंबे अर्से से प्रयास कर रहें हैं। केन्द्र और राज्य सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं। लेकिन,अब तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। छत्तीसगढ़ में पहली बार आदिवासी मुख्यमंत्री और जशपुर के बेटे के मुख्यमंत्री बनने से हम सबके मन में विश्वास है कि पहाडी और दिहाड़ी कोरवा का यह अनावश्यक भेद खत्म हो जाएगा। प्रतिनिधि मंडल के साथ उपस्थित जशपुर की विधायक रायमुनि भगत और कृष्ण कुमार राय ने भी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से समस्या का स्थायी हल निकालने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस पूरे मामले का परीक्षण करा कर,उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।