रोहित यादव / प्रतापपुर: – जजावल क्षेत्र के किसानों ने लंबे समय से धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग की है। इसके लिए एसडीएम को ज्ञापन शॉप आज चौरा हाईवे चौक पर जमकर नारेबाजी करते हुए दर्जनों गांव के किसानों ने जमकर नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन और उग्र आंदोलन के लिए निकले, आक्रोशित किसानों का मांग था कि उनके क्षेत्र में हो रही परेशानी को देखते हुए, धान खरीदी केंद्र सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर आज चौरा चौक पर धरना प्रदर्शन एवं चक्का जाम करने निकले आंदोलनकारी को भारी संख्या में पुलिस बल का सामना करना पड़ा, वहीं पूर्व में शॉप पर ज्ञापन के अनुसार आज 12:30 से 2.30तक चंदौरा चौक हाईवे हंगामा हुआ।
माहौल गर्म होता देख भारी संख्या में पुलिस बल एसडीओपी अरुण नेता एसडीएम ललिता भगत प्रतापपुर थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह, रेवती चौकी प्रभारी कृष्ण सिंह, चौरा थाना प्रभारी सहित भारी संख्या में दल बल सहित री पटवारी प्रशासनिक अमला दलबल सहित मौके पर मौजूद रहा
प्रदर्शन कार्यों को काफी समझाने की कोशिश की गई तथा उग्र माहौल और सैकड़ो की संख्या में किसानों का अपार्जन समूह देखकर एवं जन आक्रोश देखकर किसानों को समझने का प्रयास किया गया मगर किस मानने को तैयार नहीं थे जो चौरा चौक पर धरना प्रदर्शन सड़क में एवं चक्का जाम करना चाहते थे।
घंटे बातचीत और समझाइए इस दौर पर नारेबाजी के साथ में प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शन कार्यों को आश्वासन देते कहां की जल्द से जल्द कुछ दिन के अंमंअंदर में इस विषय पर पहल करने की बात कहते हुए चक्का जाम समाप्त करने की बात कही।
प्रदर्शनकारी कितने आक्रोश थे कि प्रशासनिक अधिकारियों का किसी प्रकार से बात नहीं सुन रहे थे और काफी धक्का मुख के साथ में लोगों का जन आक्रोश बढ़ता गया जिसके लिए पुलिस बल प्रदर्शनकारियों को सड़क किनारे ही रुके हुए बैरी कटिंग किया गया था।
जिससे मुख्य सड़क यातायात बहाल रहे। ज्ञात होगी हाईवे चौक बनारस रोड पर चक्का जाम होने से हजारों की संख्या में वाहनों का आवागमन बाधित हो जाता जिससे कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ती जिसके वजह से प्रशासनिक अधिकारियों ने निवेदन करते हुए चक्का जाम न करने की अपील किया। भारी जोर आजमाइश के बाद में एक घंटा बाद चक्का जाम की स्थिति समाप्त हुई और धरना प्रदर्शन के लिए लोग आड़े रहे।
किसानों की समस्याएं
ग्राम पंचायत जजावल, चिकनी, मयूरधक्की, गोरगी, और अंजनी के सैकड़ों किसानों का कहना है कि चंदौरा में स्थित वर्तमान धान खरीदी केंद्र तक पहुंचने में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
1. जर्जर सड़कें:
किसानों को चंदौरा पहुंचने के लिए खराब और गड्ढों से भरी सड़कों से गुजरना पड़ता है, जिससे धान ले जाने वाले वाहनों के पलटने और नुकसान होने की घटनाएं बढ़ गई हैं।
2. दूरी की समस्या:
चंदौरा का धान खरीदी केंद्र इन पंचायतों से काफी दूर है। इससे किसानों का समय और परिवहन का खर्च दोनों बढ़ जाते हैं।
किसानों ने बताया कि इन समस्याओं के समाधान के लिए जजावल में धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग लंबे समय से की जा रही है। इस संबंध में आवेदन दिया गया था, जिसे प्रशासन ने स्वीकृत भी किया, लेकिन अब तक केंद्र खोलने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
धरना प्रदर्शन की चेतावनी
इन समस्याओं से परेशान होकर जजावल और आसपास के गांवों के किसानों ने 20 नवंबर 2024 को चंदौरा चौक पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ। इसके लिए किसानों ने अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) प्रतापपुर को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं और मांगों की जानकारी दी है।
ज्ञापन में किसानों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो वे अपने आंदोलन को और उग्र करेंगे। किसानों का कहना है कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा, लेकिन अगर उनकी मांगें अब भी अनसुनी की गईं, तो वे बड़ा कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
किसानों का आरोप है कि जजावल में धान खरीदी केंद्र खोलने की मंजूरी पहले ही दी जा चुकी है, लेकिन इसे अब तक लागू नहीं किया गया है। वे प्रशासन पर कागजी कार्रवाई तक सीमित रहने का आरोप लगा रहे हैं। किसानों का कहना है कि शासन और प्रशासन उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहा है, जिससे उनका धैर्य समाप्त हो रहा है।
किसानों का आह्वान
जजावल क्षेत्र के किसानों ने आसपास के अन्य गांवों के किसानों से भी धरना प्रदर्शन अगले बार होने वालीचक्का जाम में शामिल hone अपील किए हैं कि यह आंदोलन सिर्फ एक गांव की समस्या का समाधान नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के किसानों के अधिकारों की लड़ाई है।
समस्या का समाधान आवश्यक
यह जरूरी है कि जिला प्रशासन और संबंधित विभाग जल्द से जल्द जजावल में धान खरीदी केंद्र खोलने की प्रक्रिया को पूर्ण करें। इससे न केवल किसानों को राहत मिलेगी, बल्कि क्षेत्र में धान विक्रय प्रक्रिया भी सुगम हो सकेगी।
किसानों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए प्रशासन को इस मामले पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि आंदोलन की स्थिति को टाला जा सके और किसानों की जायज मांगों को पूरा किया जा सके।
इस दौरान विश्वनाथ सिंह,राम अवतार ,लालसाय ,अर्जुन, रूपन, सिंह शिव ,भजन सिंह, लालजीत ,रामनाथ, प्रकाश सिंह, साधु शरण, सिंह बृजलाल, रामविलास ,संतोष कुमार ,राम सिंह ,देवसराय, सतीश ,संतोष कुमार यादव, घासीराम शिवदयाल ,सिंह दयाराम यादव, गोवर्धन राजवाड़े, धनंजय यादव, सूरत प्रसाद, फेकू राम ,हरकेश, ग्राम पंचायत गोर्गी सरपंच, ग्राम पंचायतअंजनी सरपंच, सहित दर्जनों ग्राम पंचायत के ग्रामीण हजारों की संख्या में उपस्थित थे।
पुलिस एसडीओपी अरुण नेताम ने बताया कि भारी संख्या में आकर्षित ग्रामीण ने अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन और चक्का जाम करने का प्रयास किया जिसको पुलिस टीम के द्वारा निरंतर समझाइए इसके बाद में कंट्रोल किया गया तथा सड़क किनारे ही प्रदर्शन कार्यों को रोक दिया गया। और उनके जल्द मांग को लेकर प्रशासन से चर्चा किया गया।
एसडीएम दीपिका नेताम ने कहा कि इस विषय में उच्च अधिकारियों से बात कर मामला को अवगत कराया गया है फिलहाल शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है। किसानों ने मांग नहीं पूरे होने पर फिर से चक्का जाम करने की बात कही है।