गिरदावरी में दर्ज रकबा से ज्यादा का टोकन कटवाकर दूसरे किसान के धान विक्रय करते पाए जाने पर हुई कारवाई
जगदलपुर :-
राज्य सरकार की समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन नीति के तहत गिरदावरी में सत्यापित रकबा एवं फसल के अनुरूप किसानों से धान की खरीदी की जा रही है। वहीं किसानों को अपनी उपज के विक्रय करने के दौरान सावधानी बरतने की सलाह देते हुए किसी अन्य का धान स्वयं के खाते से नहीं बेचने की अपील की गई है। इस दिशा में किसानों के द्वारा विक्रय किए जा रहे धान की जांच नोडल अधिकारी कर रहे हैं। साथ ही सम्बन्धित अन्य अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में बस्तर विकासखण्ड के बालेंगा धान खरीदी केन्द्र पर एक किसान द्वारा गिरदावरी में सत्यापित रकबा 1.04 हेक्टेयर से अधिक 1.75 हेक्टेयर का टोकन कटवाकर दूसरे किसान के धान का विक्रय करने के प्रयास किए जाने के परिणामस्वरूप उक्त धान को जप्त कर सम्बधितों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।
अनुविभागीय दंडाधिकारी बस्तर से इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टर श्री हरिस एस के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के दौरान सतत निगरानी एवं जांच की जा रही है। साथ ही धान खरीदी केन्द्रों का नियमित तौर पर निरीक्षण किया जा रहा है। एसडीएम बस्तर श्री एआर राणा ने बताया कि मंगलवार को धान खरीदी केन्द्र बालेंगा में एक किसान द्वारा गिरदावरी में दर्ज रकबा से अधिक रकबे का टोकन प्राप्त कर अतिरिक्त धान विक्रय करने की जानकारी उक्त धान खरीदी केन्द्र प्रभारी द्वारा दी गई। इस सूचना के आधार पर निरीक्षण के लिए पहुंची तहसीलदार जॉली जेम्स को एक किसान द्वारा गिरदावरी में सत्यापित रकबे से ज्यादा रकबे का टोकन कटवाकर अन्य किसान के धान विक्रय करने का प्रयास करते पाया गया। इस मौके पर लाए गए 32 क्विंटल अतिरिक्त धान को जप्त किया गया और जप्त धान को मंडी निरीक्षक के सुपुर्द किया गया। वहीं संबंधितों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि कलेक्टर श्री हरिस के निर्देशानुसार अनुविभाग के अंतर्गत धान खरीदी पर सतत निगरानी रखे जाने सहित अवैध धान के परिवहन एवं विक्रय पर सख्त कार्यवाही किए जाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।