छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया जिला कलेक्टर की अनोखी पहल सामने आई है. जिले के सरकारी स्कूलों (Government Schools) में पढ़ने वाले कक्षा पहली से 8वीं तक के लगभग 25,000 बच्चों के लिए एक नई शुरुआत हो रही है.
कलेक्टर चंदन त्रिपाठी (Collector Chandan Tripathi) की विशेष पहल के तहत इन सभी बच्चों को अब नि:शुल्क अंग्रेजी की शिक्षा दी जाएगी. यह पहल बच्चों को पढ़ने, लिखने और बोलने में और अधिक दक्ष बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में शनिवार को कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित एनजीओ स्टेप अप फॉर इंडिया (सुफी) और जिला शिक्षा विभाग (District Education Department) के बीच समझौता हुआ.
ऐसे दी जाएगी अंग्रेजी की फ्री शिक्षा
कोरिया जिले और सुफी एनजीओ के बीच हुए समझौते के अवसर पर एनजीओ की प्रतिनिधि सायला रेड्डी और जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र गुप्ता मौजूद थे. बताया गया कि इस कार्यक्रम के तहत ऑडियो-वीडियो, चित्रात्मक सामग्री, पुस्तकों और पोस्टरों के माध्यम से बच्चों को अंग्रेजी भाषा सिखाई जाएगी. कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने इस पहल को बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, कोरिया जैसे सुदूर अंचल में बच्चों को अंग्रेजी में दक्ष बनाना उनके करियर निर्माण और आत्मनिर्भरता के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा. यह पहल उनकी झिझक दूर करेगी और उन्हें नए अवसरों के लिए तैयार करेगी ।
हमारा प्रयास, बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले-जिला कलेक्टर
कोरिया जिला के कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने अपने इस खास कार्यक्रम को लेकर कहा, ‘हमारा प्रयास है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकें.’ इसको लेकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि यह पहल ग्रामीण बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उनके शैक्षिक स्तर में सुधार करने में सहायक होगी.