ससुराल से मायके गई एक विवाहिता ने अजीब हरकतें करते हुए आत्महत्या कर ली। इसी तरह पति को बरामदे में सोते देख दो बच्चों की मां ने कमरे में फांसी लगा ली। दोनों घटनाएं लैलूंगा थाना क्षेत्र की है। इस संबंध में उपनिरीक्षक बलदेव सिंह पैकरा ने बताया कि मूलत: कापू थानांतर्गत ग्राम बिलाईढोढ़ी के विजय नगर में रहने वाले कुंवर साय मरावी की 36 वर्षीया पत्नी मल्हारिन बाई का दिमागी सन्तुलन अस्थिर होने पर वह ऊटपटांग हरकतें करने लगी थी। ऐसे में कुंवर साय ने मल्हारिन बाई को उसके मायके भेड़ीमुड़ा (लैलूंगा) भेज दिया था। रविवार रात परिजनों ने साथ खाना खाने के बाद मल्हारिन बाई को अपने साथ सुलाया, मगर आधी रात को वह उठी और म्यांर में रस्सी का फंदा बनाते हुए उसमें झूल गई। परिजनों की जब नींद खुली तो उसकी लाश को लटकते देख उनके होश उड़ गए।वहीं, दूसरा मामला ग्राम कुंजारा का है। खेती किसानी करने वाला लगन सिंह पैकरा अपनी 45 बरस की बीवी रांगो बाई और दो बच्चों की परवरिश करता था। रविवार रात लगन सिंह कमरे की बजाए घर के बरामदे में सो गया। कुछ देर बाद रांगो बाई कमरे में गई और सीलिंग पंखे के हुक में प्लास्टिक रस्सी का फंदा कसते हुए उसमें झूलकर अपनी जान दे दी। सुबह विवाहिता के शव को संदिग्ध परिस्थितियों में देख पति ने थाने में सूचना दी। बहरहाल, दोनों घटना में मर्ग कायम कर पुलिस जांचकिसान युवक भी झूल गया फंदे पर
लैलूंगा थाने से लगभग 30 किलोमीटर दूर ग्राम रेगड़ी में रहने वाले संजय चौहान पिता स्व. बोधन राम की भी लाश सन्दिग्ध हालत में फांसी पर लटकती पाई गई। युवक खेती किसानी करता था। उसने असमय अपनी ईहलीला क्यों खत्म की, इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
संवाददाता – भुनेश्वर निराला