‘मैं नहीं लड़ूंगा कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव, सोनिया गांधी से माफी मांगी’, डेढ़ घंटे चली बैठक के बाद बोले अशोक गहलोतसोनिया गांधी के साथ डेढ़ घंटे चली बैठक के बाद अशोक गहलोत ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ूंगा.राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कर दिया है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने गुरुवार (29 सितंबर) को नई दिल्ली में कांग्रेस चीफ सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि मैंने उनके साथ बैठक में पूरी बात रखी.गहलोत ने कहा कि पिछले दिनों की घटना ने हम सब को हिलाकर रख दिया. पूरे देश में मैसेज गया कि मैं मुख्यमंत्री बना रहना चाहता हूं, मैंने सोनिया गांधी से माफी मांगी है. मैंने पिछले 50 साल तक कांग्रेस के लिए वफादारी के साथ काम किया, मैं सोनियां गाधी के आशीर्वाद से तीसरी बार सीएम बना.अशोक गहलोत से जब पूछा गया कि क्या वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे? इसपर उन्होंने कहा कि ये फैसला मैं नहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी लेंगी.
दिग्वजिय सिंह और शशि थरूर में होगा मुकाबला
अशोक गहलोत ने ऐसे समय में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया है जब पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) इस चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की तैयारी में हैं. लोकसभा सदस्य शशि थरूर 30 सितंबर को अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे.
राजस्थान में राजनीतिक संकट के बीच पार्टी पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने मंगलवार (27 सितंबर) को ‘घोर अनुशासनहीनता’ के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी तीन नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की थी. इसके कुछ देर बाद ही पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की ओर से इन्हें ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी कर दिये गये.
राजस्थान में संकट से पहले गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा था कि वह पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. हालांकि राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद से ही उनकी इस उम्मीदवारी पर प्रश्नचिन्ह लग गया था. अब उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद साफ कर दिया कि वह चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं.
संवाददाता भुनेश्वर निराला