रायगढ़, दोस्तों के साथ घूमने निकले एक पेंटर युवक की घर के पीछे सडक़ में संदिग्ध हालत में लाश मिलने का मामला प्रकाश में आया है। चूंकि, मृतक के सीने में चाकू से हमले और पीठ में चोट के निशान है इसलिए परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। यह घटना शहर के वार्ड क्रमांक 42 की है। पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार है। इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक जूटमिल थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 42 स्थित सोनूमुड़ा के भक्तिन पारा में बीवी और दो बच्चों के साथ रहने वाला अगस्त दास महंत आत्मज लालाराम (38 वर्ष) पेंटर का काम करता था।
गुरूवार रात लगभग साढ़े 8 बजे अगस्त दास के घर के पीछे सड़क में संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी लाश मिलने से सनसनी फैल गई। वहां रोशनी कम होने के कारण पहले पहल तो मृतक की पहचान नहीं हुई, लेकिन जब महंत परिवार ने अगस्त दास के रूप में शिनाख्त की तो भीड़ लग गई। चूंकि, शव के सीने के दाहिने तरफ चाकू जैसे लोहे के संघातिक हथियार के हमले से होने वाले गंभीर चोट से खून निकल रहा था, इसलिए मौके की नजाकत को भांप महंत परिवार तत्काल जिला चिकित्सालय लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया।
इस बीच मृतक के पीठ तरफ घसीटने से चोट के निशान को देखकर भी महंत परिवार दंग रह गया। रात को ही मच्र्यूरी रूम में शव को रखवाया गया। शुक्रवार सुबह जब पोस्टमार्टम की बारी आई तो महंत परिवार अगस्त दास की हत्या की आशंका जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग करने लगे। जूटमिल थाना प्रभारी रामकिंकर यादव और सहायक उपनिरीक्षक शशिदेव भोई के साथ आईपीएस अधिकारी उदित पुष्कर भी जिला चिकित्सालय पहुंचे और महंत परिवार का बयान दर्ज करते हुए उनको निष्पक्ष जांच होने का आश्वासन भी दिया।
बताया जाता है कि घर के पीछे रोड में लाश बरामद होने के पहले अगस्त दास अपने दोस्तों के साथ घूमने निकला था। उसकी किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। फिर, कैसे उसकी रक्तरंजित लाश बरामद हुई। बहरहाल, जूटमिल पुलिस मर्ग कायम करते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने की बाट जोह रही है ताकि पेंटर की संदिग्ध मौत का सच सामने आ सके।