कोरबा जिले में लापता न्यूज एंकर सलमा सुल्ताना की मर्डर मिस्ट्री लगभग सुलझ गई है। आरोपियों की निशानदेही पर एक नरकंकाल मंगलवार शाम को बरामद हो गया है। पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में कोरबा दर्री मार्ग पर जेसीबी मशीन से खुदाई की गई। घंटों बाद चादर में लिपटा कंकाल मिला।
मौके पर चप्पल, बाल और पोटली भी बरामद हुई है। खुदाई करने वालों ने इसकी जानकारी पास ही मौजूद अधिकारियों को दी। फॉरेंसिक एक्सपर्ट को भी घटनास्थल पर बुलाया गया है। 6 दिन पहले ही इस मामले में पुलिस ने उसके प्रेमी समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था खुदाई के लिए सैटेलाइट इमेज, स्क्रीनिंग मशीन, थर्मल इमेजिंग और ग्राउंड पेनेट्रेशन रडार मशीन का भी सहारा लिया गया। इस जगह पर वर्तमान में नेशनल हाईवे बन चुका है।
5 साल पहले प्रेमी जिम ट्रेनर मधुर साहू ने गला घोंटकर सलमा की हत्या की थी, फिर दो सहयोगियों के साथ लाश को कोहड़िया के पास सड़क किनारे दफना दिया था। इसी सड़क पर बाद में हाईवे भी बन गया प्रेमी जोड़े के बीच लेनदेन का विवाद और चरित्र शंका हत्या की वजह बनी थी।
जहां दफनाई लाश, वहीं हुआ सड़क निर्माण
42 करोड़ रुपए खर्च कर कोरबा दर्री फोरलेन सड़क का निर्माण बीते सालों में नगर पालिक निगम ने कराया था। इस मार्ग पर भवानी मंदिर के सामने सड़क को खोदने का काम 2 टीम कर रही थी। जिसका काम 2 दिन से चल रहा था। इस काम के लिए पुलिस ने स्थानीय कोर्ट में आवेदन दिया था। कोर्ट की अनुमति के बाद खुदाई शुरू की गई।
आरोपियों की निशानदेही पर खुदाई
सिटी कोतवाली थाना प्रभारी रूपक शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने इसी जगह पर सलमा का शव दफनाए जाने की जानकारी पुलिस को दी थी। उसी जगह पर सड़क खुदाई का काम किया गया है। हालांकि इससे पहले भी पिछले महीने इसी मामले में प्राथमिक जानकारी हासिल होने पर पुलिस ने कोहड़िया इलाके में भी सड़क के किनारे खुदाई का काम किया था।
ये है पूरा मामला
25 साल की सलमा सुल्ताना कुसमुंडा के एसईसीएल कॉलोनी में रहती थी। वो धीरे-धीरे न्यूज के फील्ड में अपने पांव जमाने की कोशिश कर रही थी। उसका करियर तो परवान चढ़ ही रहा था, साथ ही जिम ट्रेनर मधुर साहू के साथ उसकी नजदीकियां भी। इसके बाद अचानक 2018 से वो लापता हो गई। यहां तक कि 20 जनवरी 2019 को जब उसके पिता की मौत हुई, तो उसमें भी वो शामिल नहीं हुई।
युवती की स्कूटी स्टेशन पर मिली थी, वहीं उसका मोबाइल स्विच ऑफ था।
उससे संपर्क करने की हर कोशिश नाकाम हो गई। इसके बाद परिजनों को किसी
अनहोनी की आशंका हुई और उन्होंने थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया।
परिजन ने पुलिस अधिकारियों से खोजबीन की गुहार लगाते हुए जिम संचालक
मधुर साहू पर संदेह जताया था, लेकिन पूछताछ में मधुर साहू पुलिस को गुमराह
कर देता था।
पार्टनर ने खोला हत्याकांड का राज
कई साल तक सलमा का किसी को पता नहीं चला तो मधुर साहू का एक राजदार भी ओवर कॉन्फिडेंस में आ गया था। उसने नशे में मधुर के पार्टनर के सामने सलमा हत्याकांड का राज खोल दिया था मधुर और उसके पार्टनर का भी लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था।
लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद पार्टनर ने मधुर को सबक सिखाने के लिए पुलिस के पास पहुंचकर हत्याकांड का राज खोल दिया। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक तब एक बैंक से सलमा के नाम से लोन होने और अब तक उसकी किस्त जमा होने का पता चला।
पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो मधुर फरार हो गया। पुलिस ने उसके दोस्तों और परिचितों से बयान लिया। 5 वर्ष पहले का सीडीआर एनालिसिस किया, जिसमें अक्टूबर 2018 में शारदा बिहार के एक मकान में मधुर साहू और सहयोगी ट्रेनर कौशल श्रीवास ने सलमा का गला घोंटकर हत्या करने और लाश को अतुल शर्मा की मदद से कोहड़िया पुल के आसपास दफनाने का पता चला। इसके बाद पुलिस ने कोहड़िया मार्ग पर फोरलेन के आसपास खुदाई शुरू की थी।
चरित्र शंका और पैसों की लेनदेन बनी वजह
आरोपी मधुर साहू, कौशल श्रीवास और अतुल शर्मा तीनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी। आरोपी मधुर ने बताया कि पैसों के लेनदेन और चरित्र शंका में एंकर की हत्या की गई। आरोपी के पास से हार्ड डिस्क और लैपटॉप जब्त किया गया है। इसकी जांच में कुछ ऑडियो क्लिप के बारे में पता चला। जिस वाहन का इस्तेमाल लाश को दफनाने में किया गया था, उसे भी जब्त किया जा चुका है।
सलमा ने यूनियन बैंक से लिया था लोन
मार्च 2023 में राज्य स्तरीय ऑपरेशन मुस्कान में गुम इंसान महिलाओं और बच्चों का पता लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा था। इसी कड़ी में थाना कुसमुंडा के गुम इंसान सलमा सुल्ताना की केस डायरी की भी बारीकी से जांच की गई। परिजनों का बयान लेने पर पता चला कि यूनियन बैंक से सुल्ताना ने लोन लिया था। इस संबंध में यूनियन बैंक से पुलिस ने जानकारी ली, तो पता चला कि लोन की EMI समय पर भरी जा रही है।
यह पैसा EMI के तौर पर गंगाश्री जिम का मालिक और इंस्ट्रक्टर मधुर साहू भर रहा था। पुलिस ने जांच तेज की, तो मधुर साहू फरार हो गया। इसके बाद सलमा के दोस्तों और परिचितों का बयान भी लिया गया। साथ ही उसके 5 साल पहले का सीडीआर एनालिसिस भी किया गया।
पूछताछ में 2 महिलाओं और 3 पुरुषों के बयान में विरोधाभास मिलने पर पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया। सबसे कड़ाई से पूछताछ करने पर हत्याकांड का राज खुल गया। 21 अक्टूबर 2018 एलजी 17 शारदा विहार में मधुर साहू और कौशल श्रीवास के द्वारा सलमा सुल्ताना की गला घोंटकर हत्या करने का पता चला। इन्होंने बताया कि लाश को अतुल शर्मा की मदद से भवानी मंदिर के सामने कोहडिया पुल के आसपास दफनाया गया है।