बगीचा:-स्कूलों में मिलने वाले मिड डे मिल योजना में लापरवाही बरतने वालों की अब खैर नहीं है. बगीचा एसडीएम आकांक्षा तिरपाठी स्कूली बच्चों के दोपहर के भोजन को लेकर बेहद संवेदनशील हैं. उन्होंने हाल ही में एजुकेशन डिपार्टमेंट की बैठक लेकर, सख्त लहजे में साफ कर दिया है, कि मिड डे मिल की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी. सुश्री त्रिपाठी के सख्ती के बाद पूरा एजुकेशन डिपार्टमेंट
एमडीएम व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करने में लगा हुआ है.बैठक में बीइओ रेशम लाल कोशले, बीआरसीसी कृष्ण कुमार राठौर व सभी सीएसी ने यह वादा किया है, कि अब एमडीएम में किसी भी प्रकार का शिकायत का मौका नहीं देंगें. पूरा एजुकेशन अमला एक अभियान की तरह मॉनिटरिंग करने के साथ बच्चों के निवाले के पौश्टिकता पर भी नजरें जमाये हुए हैं.
निरिक्षण के साथ रोजाना वाट्सअप पर हर स्कूल से तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. तस्वीरों से भी अधिकारी एमडीएम पर नजर बनाये हुए हैं.
नतीजन स्कूली बच्चों को दोपहर में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता में तेजी से सुधार होना लाजमी ही है.
उल्लेखनीय है, कि ग्रामीण इलाकों के स्कूल में बच्चों की उपस्थिति पर एमडीएम योजना का खासा असर होता है. घुमन्तु बच्चे भी निशुल्क शिक्षा और एमडीएम से स्कूल की और आकर्षित होते हैं. जो उनके पोषण की एक वजह भी बनती है.
बहरहाल बगीचा एसडीएम के सख्ती के बाद अब स्कूली बच्चों के मिड डे मिल की थाली भरी भरी नजर आ रही है. वहीं बच्चे भी ख़ुश हैं.