रायपुर/जशपुर :- छत्तीसगढ़ के जिला जशपुर विधानसभा क्षेत्र से अधिकृत उम्मीदवार रायमुनी भगत की टिकट काटने और पूर्व मंत्री गणेशराम भगत को टिकट दिए जाने की मांग करने वालों की प्रदेश भाजपा कार्यालय में जारी धरना-प्रदर्शन समाप्त हो गया है।
हालांकि, आज ही इस मसले पर भाजपा ने बड़ा फैसला लेते हुए इस विरोध प्रदर्शन में शामिल रहने वाले दो मंडल अध्यक्षों को पार्टी से निष्काषित कर दिया गया है।
बताया गया कि केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडावी ने 5 सदस्य टीम को बुलाकर प्रदर्शनकारी समर्थकों को आश्वास ने दिया कि गणेशराम भगत को सम्मान के साथ केंद्र में जगह या फिर जशपुर से टिकट दिए जानेका आश्वासन दिया है। इस आश्वासन के बाद भगत के समर्थको में कार्यालय के बाहर जमकर डांस किया और खुशियां मनाई।
दो सस्पेंड भी हुए
बता दें कि, इससे पहले भाजपा के प्रदेश आलाकमान ने अनुशासनहीनता के आरोप में दो नेताओं को पार्टी से निष्काषित किया है। इनमे सोनक्यारी मंडल के प्रमुख मनोज भगत और मनोरा मंडल अध्यक्ष विकास प्रधान शामिल है। दोनों ने पूरे धरना-प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए गणेशराम भगत के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश भी की थी। उन्हें पार्टी के बड़े नेताओं ने समझाने की कोशिश की लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े थे।
खाना-पानी के साथ बैठे थे धरने पर
दरअसल, टिकट वितरण के बाद छत्तीसगढ़ के अलग-अलग सीटों पर उम्मीदवारों के खिलाफ स्थानीय नेताओं में नाराजगी देखने को मिली थी। लेकिन सबसे ज्यादा हंगामा जशपुर विधानसभा सीट में सामने आया था जहां संगठन के नेताओं ने अधिकृत प्रत्याशी रायमुनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। यह सभी पूर्व मंत्री गणेशाराम भगत के समर्थक थे। स्थानीय स्तर पर हुए विरोध का असर जब नहीं हुआ तो दोनों नेता लाव लश्कर के साथ सीधे भाजपा के प्रदेश कार्यालय आ धमके और धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर