जशपुर :- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को संपन्न हो गया है। मतदान के बाद जशपुर जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र के 30 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो चुका है। इन ईवीएम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शहर के निकट स्थित ग्राम डोड़काचौरा के शासकीय माडल स्कूल में सुरक्षित रखा गया है।
ज्ञात हो कि, केन्द्रीय सुरक्षा बल और पुलिस बल के सशस्त्र जवानों के पहरेदारी के बाद भी राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को ईवीएम में हेरफेर का भय सता रहा है। यहीं कारण है कि स्ट्रांग रूम के सामने दोनों प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा के जिलास्तरीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता 24 घंटे जमे हुए हैं। कड़ाके की सर्दी के बीच अलाव और कंबल के सहारे जीत की आशा को जीवित रखने के लिए कार्यकर्ता रात को भी पंडाल से हटने के लिए तैयार नहीं हैं।
जानकारी के मुताबिक, स्ट्रांग रूम के सामने का दृश्य 2018 के चुनाव के बाद के समान ही है। लेकिन इस बार विवाद की स्थिति ना होने से माहौल सामान्य है। दोनों दलों के नेता एक साथ बैठक कर चुनाव के भावी परिणाम और प्रदेश सरकार पर चर्चा करते हुए नजर आ रहें हैं। कांग्रेस के प्रदेश सचिव हीरू राम निकुंज का कहना है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी के पक्ष में मतदाताओं का अच्छा रूझान दिखाई दिया है। लेकिन स्ट्रांग रूम में रखे हुए मतपेटी और ईवीएम से किसी प्रकार का छेड़छाड़ ना हो इसलिए उनके साथ कांग्रेस कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम के सामने बैठ कर 24 घंटे पहरेदारी कर रहें हैं।
वहीं, भाजपा के नीतिन राय का कहना है कि महादेव सट्टा एप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संलिप्तता उजागर होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों से मिलीभगत कर ईवीएम से छेड़छाड़ होने की आशंका को खत्म करने के लिए भाजपा के कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम की पहरेदारी में डटे हुए हैं। उन्होनें कहा कि पहरेदारी का यह क्रम 3 दिसंबर तक चलता रहेगा। उल्लेखनीय है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने स्ट्रांग रूम के सामने मतगणना होने तक टेंट लगाकर पहरेदारी की थी।
फिलहाल, इस दौरान एक कार्यकर्ता की मौत भी हो गई थी। इस साल प्रदेश में कांग्रेस सरकार होने से ऐसी स्थिति न बनने की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन मतदान के बाद एकाएक कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता बोरिया बिस्तर लेकर यहां पहुंच गए। जिला प्रशासन ने दोनों ही दलों के जिम्मेदार पदाधिकारियों को स्ट्रांग रूम के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने और कड़ाके की सर्दी से सुरक्षित रहने की सलाह दी है। सावधानी बरतते हुए प्रशासन ने यहां आने जाने वाले के नाम का रिकार्ड भी रख रही है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर