हीरालाल राठिया लैलूंगा
आज लैलूंगा विकास खंड के ग्राम बनेकेला मे बहुत हि धूम धाम से सभी गांव वालो द्वारा खुशी के साथ इस छेर छेरा त्यौहार मनाया गया
रायगढ़ लैलूंगा यह त्यौहार बहुत ही शुभ दिन होता है। इस दिन महिलाएँ टोली बनाकर घर-घर जाकर सुआ नृत्य प्रदर्शित करती है, जिससे घर के किसान खुश होकर धान और पैसों का दान देते है। सिर्फ़ महिलाएँ ही नहीं, पुरूष वर्ग भी खुशी से नाचते-गाते हैं। पुरुष भी टोली बनाकर हाथों में छोटे-छोटे डंडा लिए गोल घेरे के अंदर मृदंग, ढोल, मंजीरा के साथ गाते-बजाते हैं। इसे छत्तीसगढ़ी में डंडा नाचा कहते हैं। इस नृत्य में पुरुष एक ही रंग की धोती और कपड़ा पहनते है और सिर में कलगी भी होती है।
इस छेरछेरा त्यौहार के दिन सभी अपने-अपने घरों में स्वादिष्ट व्यंजन बनाते और खाते हैं, सभी मिलजुलकर त्यौहार का आनंद लेते हैं। छेरछेरा छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्यौहार है और इस त्यौहार में वर्ष में एक बार आने वाला यह त्यौहार छत्तीसगढ़ के निवासियों के लिए असिमित खुशीयां लेकर आता हैं