सन्ना/जशपुरनगर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में जंगल के रास्ते से मवेशी तस्करी कर रहे दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों से 13 नग गौ वंशजों को छुड़ा कर संरक्षित किया गया है। मामला जिले के सन्ना थाना क्षेत्र का है।
हालांकि, आस्ता थाना प्रभारी संतोष सिंह ने बताया कि एसपी शशिमोहन सिंह को मुखबिरों से सूचना मिली थी कि सन्ना थाना क्षेत्र के नडार के जंगल के रास्ते दो अज्ञात व्यक्ति बड़ी संख्या में गौ वंशजों को बुरी तरह से मारते पीटते हुए झारखंड की ओर जा रहे हैं।
वहीं, सूचना पर एसपी सिंह ने आस्ता के थाना प्रभारी संतोष सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर नडार के जंगल में नाकाबंदी करने का निर्देश दिया। पुलिस की नाकेबंदी में दोनों तस्कर फंस गए। आरोपितों की पहचान सन्ना थाना क्षेत्र के चिरवाडांड़ गांव के रहवासी गुलाब राम (28), दिनेश तिग्गा (25) के रूप में की गई है। एसआई संतोष सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपितों ने बताया है कि एक गौ तस्कर ने उन्हें 500-500 रूपए देकर मवेशियों को हांकते हुए आस्ता थाना क्षेत्र के खड़कोना गांव तक पहुंचाने के लिए कहा था।
दरअसल, यहां से इन मवेशियों को झारखंड के गुमला जिले के बिर्रा ले जाने की योजना थी। फिलहाल इस मामले में आस्ता थाना में पकड़े गए दोनों आरोपितों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ कृषि पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4,6,10 और पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 के अंर्तगत अपराध पंजीबद्ध किया है। एसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपित को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। जशपुर पुलिस जिले मवेशी तस्करी रोकने के लिए आपरेशन शंखनाद शुरू किया है।
फिलहाल, इस अभियान के अंर्तगत जशपुर पुलिस ने अब तक 300 से अधिक गौ वंशजों को तस्करों के चुंगल से छुड़ा कर संरक्षित कर चुकी है। वहीं बीते 24 घंटे में जशपुर पुलिस ने 49 गौ वंशजों को संरक्षित करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार कर तीन पिकअप जब्त किया है। अगस्त में पुलिस ने अभियान के अंर्तगत तस्करों से जब्त किए गए 18 वाहनों को राजसात करने के साथ उनकी नीलामी की प्रक्रिया भी शुरू की है। जशपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर स्थित सांई टांगरटोली और डड़गांव में घेराबंदी कर तलाशी अभियान भी चलाया था। इस अभियान में 12 तस्करों की गिरफ्तारी करने के साथ गौ वंशज जब्त किए गए थे।
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर