लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फिल्मंे केवल मनोरंजन का साधन मात्र नहीं हैं, बल्कि यह लोक जागरूकता, राष्ट्रीय प्रेरणा और समाज को एक नई दिशा देने का माध्यम बन सकती हैं। कला अपने आप में एक स्वप्रदत्त विशिष्ट प्रतिभा होती है।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन ऑडिटोरियम में फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ की स्पेशल स्क्रीनिंग के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने मंत्रिमण्डल के सदस्यों के साथ फिल्म का अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ को उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री करने की घोषणा करते हुए उम्मीद जतायी कि इससे अधिक से अधिक लोग इस फिल्म को देखकर जागरूक होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फिल्म में मनोरंजन के साथ-साथ इतिहास भी जुड़ा हुआ है। यह फिल्म हमें इस बात के लिए प्रेरित करती है कि अतीत के बगैर वर्तमान नहीं होता है। लगातार 75 वर्षांे से अतीत की गलतियों का परिमार्जन करते हुए हम आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में आए हैं। 75 वर्ष का यह कालखण्ड हम सभी के लिए चिंतन का
कालखण्ड है, आत्मावलोकन का कालखण्ड है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगामी 25 वर्ष के कालखण्ड को अमृत काल के रूप में आह्वान किया है। इन 25 वर्षाें में हमें भारत को कहां लेकर जाना है, इस पर अभी से कार्ययोजना बनाकर उसे लागू करने का प्रयास हम सभी के स्तर से होना चाहिए। राष्ट्रोत्थान के इस अभियान में सभी की भूमिका है।
मुख्यमंत्री ने आजादी के अमृत महोत्सव में अपने अभिनय के माध्यम से भारत के अतीत को प्रस्तुत करने के लिए फिल्म के निर्देशक चन्द्र प्रकाश द्विवेदी, अभिनेता अक्षय कुमार एवं अभिनेत्री मानुषी छिल्लर सहित फिल्म से जुड़े सभी लोगों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि फिल्म में उत्तर प्रदेश से जुड़े बहुत से स्थान हैं। उनके बारे में भी लोगों के मन में एक जागरूकता पैदा होगी। उन्होंने फिल्म की टीम के प्रति विश्वास व्यक्त किया कि वह इस प्रकार की रचनात्मक फिल्मों के माध्यम से समाज में एक नई प्रेरणा प्रदान करने का निरन्तर प्रयास करेगी। उत्तर प्रदेश शासन सकारात्मक रूप से जुड़कर उनका सहयोग करने के लिए सदैव तत्पर रहेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने फिल्म के निर्देशक व उनकी टीम को ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के उपहार देकर सम्मानित किया।