जशपुर बगीचा:- जशपुर जिले में आप फर्जी दस्तावेज पेश कर सरकारी नौकरी करने का मामला तो सुना ही होगा क्योंकि ये अब आम सी बात हो गई है , लेकिन आज हम आपको ऐसे ही फर्जी दस्तावेज पेश कर सरपंच बनने का मामला बताने जा रहे हैं ।
दरअसल पूरा मामला जानकारी के मुताबिक जशपुर जिले के बगीचा विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत देवडाँड़ से जुड़ा हुआ है यहां का सरपंच देवलाल भगत पिता गणेश भगत निवासी ग्राम पंचायत गायबूड़ा है जबकि यह ग्राम पंचायत देव डाँड़ में सरपंच के पद पर कार्यरत है देवडाँड़ में इनके द्वारा चुनाव के दौरान जो दस्तावेज पेश किया गया उसमे देवलाल भगत पिता के जगह में रिश्तेदार का नाम जवाहर अंकित है आपको बता दें कि सबसे अहम और पुख्ता बात तो किसी दूसरे पंचायत के व्यक्ति अन्य पंचायत में चुनाव नहीं लड़ सकते हैं तो सरपंच देवलाल भगत निवासी ग्राम पंचायत गाय बूड़ा के होते हुए देव डाँड़ का सरपंच कैसे बने किस आधार पर बने??
दूसरी बात ये मूल निवासी ग्राम पंचायत गाय बूड़ा के हैं उनके प्रत्येक दस्तावेज में पिता का नाम गणेश भगत अंकित है तो सरपंच ग्राम पंचायत देव डाँड़ में पिता का नाम जवाहर किस आधार पर हुआ ??
तीसरी बात कुछ दिन पूर्व किसी पहाड़ी कोरवा व अन्य व्यक्ति के बीच मारपीट की घटना घटित हुई थी एक राजीनामा का नोटरी बनवाया गया है जिसमे गवाह के तौर पर सरपंच देवलाल भगत का नाम भी अंकित है उनका दस्तखत मौजूद है लेकिन दस्तखत के बाद पिता के नाम मे राकेश राम किस आधार पर किया गया ??
इस सभी मामले को लेकर ग्राम पंचायत देव डाँड़ के ही ग्रामीण के द्वारा प्रत्येक अलग – अलग मामले में पिता का नाम बदल बदल कर ग्रामीण के साथ साथ प्रशासन की आंखों में भी धूल झोंका है ,,लगातार धोका दे रहा है । इन सभी विभिन्न मामलों की जानकारी हेतु उक्त ग्रामीण के द्वारा सूचना के अधिकार के तहत ग्राम पंचायत देव डाँड़ में आवेदन के माध्यम से जानकारी मांगी गई थी लेकिन ग्राम पंचायत से कोई भी संतुष्टिजनक जानकारी नहीं दी गई। जिसके कारण अब कलेक्टर जशपुर के समक्ष मामले को अवगत कराने की तैयारी की जा रही है साथ ही आगामी CM भूपेश के भेंट मुलाकात के दौरान भी मामले का उजागर किया जाएगा ।