गरियाबंद:- छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के कलेक्टर ने पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया। मैनपुर हायर सेकंडरी के मामले की जांच करने के लिए दल का गठन किया है। गठित दल में महिला प्राचार्यों भी शामिल है।
आदिवासी विद्यालय की छात्रा गर्भवती
वहीं दो दिनों पहले सुकमा जिले में आवासीय विद्यालय में पढ़ रही 8वीं की छात्रा 7 महीने की गर्भवती होने का मामला सामने आया था। छात्रा पिछले 15 दिनों से स्कूल नहीं आ रही थी। प्रेग्नेंसी के बारे में पता चलते ही प्रबंधन ने छात्रा का स्वास्थ्य परीक्षण कराया, जिसमें गर्भधारण की पुष्टि हुई थी।
जांच दल आज मैनपुर हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंचेगी। पीड़ित छात्राओं का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ था। वायलर वीडियो में शिक्षक पर बेड टच का आरोप लगाया था। साथ ही इस मामले में जिला प्रशासन पर अनदेखी का भी आरोप लगाया था।
8वीं की छात्रा अचानक स्कूल आना बंद कर दी थी। जिसके बाद स्कूल की शिक्षिकाओं ने छात्रा की सहेलियों से बातचीत की, तो उन्हें पता चला कि वह गर्भवती हो गई। गर्भवती होने की खबर जब लोगों के बीच फैलने लगी तो आवासीय विद्यालय की अधीक्षिका और प्रधान अध्यापिका ने मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। जिसके बाद यह पूरा मामला जिला प्रशासन तक पहुंचा। जिसके बाद चाइल्ड प्रोटेक्शन कमीशन की टीम स्कूल पहुंची और मामले की जांच की। जांच के बाद उन्होने थाने में इसकी FIR दर्ज कराई।
बीईओ को नहीं दी जानकारी
वहीं सुकमा खंड शिक्षा अधिकारी सुखराम देवांगन ने कहा कि, आवासीय विद्यालय की एचएम ने मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई थी। इस पूरे मामले में जिला मिशन समन्वयक उमा शंकर तिवारी ने मामले से पल्ला झाड़ते कहा था कि, मुख्यालय से बाहर होने की वजह से मुझे जानकारी नहीं थी। चाइल्ड प्रोटेक्शन कमीशन वालों को पता होगा।