जशपुर नगर– जशपुर जिला वन सम्पदा,विभिन्न प्रकार के फलों,सब्जियों, प्रयटन स्थल,जन जाति समूह,पुरातात्विक सम्पदा विभिन्न प्रकार के खनिज की प्रचुरता मात्रा होने के बाद भी इस आदिवासी क्षेत्र के लोगो को विकास से कोसों दूर रखा गया जिसका दुषपरिणाम यह हुआ की आज भी जिले में स्वास्थ,सुविधा,शिक्षा,औद्योगिक,पर्यटन,इंजीनियरिंग,राष्ट्रीय राज मार्ग,रेल लाइन,बिजली पानी जैसे क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है । जबकि यहां की भोली भाली जनता ने कई सांसद, जिताकर दिए जिन्हे केन्द्रीय मंत्री,राष्ट्रीय आयोग अध्यक्ष,जैसे पदो से नवाजा गया इसके बावजूद किसी बड़े राष्ट्रीय नेता,सांसद, केन्द्रीय मंत्री ने क्षेत्र के विकास में रत्तीभर योगदान नही दिया यहां तक की पन्द्रह साल प्रदेश में बीजेपी कि सरकार रही जिनमे आठ आठ लालबत्ती नेता,सांसद,कद्दावर नेता,राज्य मंत्री,मैबिनेट मंत्री हुए पर आज जनता की पीड़ा को समझने की कोशिश किसी ने नही है मैं धन्यवाद देता हूं जिले के अधिवक्ता संघ को जिन्होंने कोरबा,धर्मजयगढ़,लोहरदगा रेल लाइन के लिऐ वर्षो तक सड़क में उतरकर आन्दोलन किया लड़ाई लड़ी सही मायने में रेल्वे लाईन लाने के सूत्रधार और यहां तक लाने वालों में जिला अधिवक्ता संघ का नाम सबसे आगे रखा जायेगा और इनके मेहनत को सलाम करते हुए बधाई बधाई देते है उक्त बात समाज सेवक, अभिभाषक और जशपुर शहर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सूरज चौरसिया ने कही । सूरज चौरसिया ने बतलाया की शुरुवाती दौर में अभिभाषाक,श्री बीसी जैन, स्व.श्री गिरावर प्रसाद गुप्ता,श्री अखिलेश चन्द्र सहाय, जे.पी.अग्रवाल, श्री साय ,श्री भागवत नारायण सिंह,श्री केवड़ा मिंज,जैसे सीनियर,जूनियर अधिवक्ताओं ने कोरबा से धर्मजयगढ़ जशपुर से लोहरदगा तक रेल्वे लाईन बिछाने की लड़ाई लड़ी आवेदन,निवेदन,ज्ञापन,आंदोलन किए । इस लड़ाई में जिले भर के अभिभाषक संघ, धर्मजयगढ़,पत्थलगांव,बगीचा, कुनकुरी,ने आंदोलन अपनी पूरी ताकत झोंक दी वर्षों तक रेल्वे लाईन की लड़ाई अकेले अधिवक्ता संघ ने लड़ी कभी हार नही मानी जिसके फल स्वरूप भारत सरकार के रेल मंत्री श्री लालू यादव जी ने इस प्रोजेक्ट हो हरी झंडी दिखाकर कार्य प्रारम्भ किया । आगे के क्रम में रेल मंत्री श्रीमती ममता बनर्जी जी ने गति को और आगे बढ़ाया । सरकार परिवर्तन के पश्चात जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता ने जशपुर जिले को विकास कार्यों से हजारों साल पीछे की ओर धकेल दिया । श्री सूरज चौरसिया ने कहा यदि वास्तव में इस ओर ईमानदारी से पहल की जाती तो आज जशपुर जिला विकास की पटरी पर तेज गति से दौड़ती दिखाई देती फिर भी यदि आज इस ओर कोई ईमानदारी से मेहनत करता है तो हम सभी उन्हे बहुत बहुत धन्यवाद देते है