छत्तीसगढ़ कर्मचारी/अधिकारी फेडरेशन, रायपुर के प्रांतीय आहवान पर तहसील न्यायालय परिसर, मंगल भवन दुलदुला में चल रहे आंदोलन का आज दिनाँक 27 अगस्त को शानदार छठवां दिन था । आंदोलन में दिन पर दिन अधिकारी और कर्मचारियों की संख्या बढ़ती जा रही है आज आंदोलन के छठवें दिन होने के बावजूद अधिकारी और कर्मचारियों तथा शिक्षकों में उमंग, उत्साह और जोश की कोई कमी नहीं है । आंदोलन जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है वैसे वैसे कर्मचारियों में शासन के प्रति नाराजगी और बड़ रही है और वे और उग्र होते जा रहे हैं । आज के आंदोलन को संबोधित करते हुए फेडरेशन के अध्यक्ष श्री नेहरू सोनी ने अपने अलग अंदाज में अपनी बात शेर के माध्यय से कहते हुए कहा…. कोई कह दे शोलो से चिंगारी से…..इस बार जाग चुके हैं जशपुर के कर्मचारी पुरी तैयारी से……आज भी हमने फेंके हुए सिक्के ना लिए भीख भी मांगी है तो खुद्दारी से……।
सभा में उपस्थित लोगो को नारी शक्ति के रूप में श्रीमती गायत्री देवता, श्रीमती नगमेत यादव, श्रीमती सरस्वती जगत एवं श्री बालगोविंद राम तथा श्री लोकेश षडंगी ने अपने देश भक्ति/छत्तीसगढ़ी और सादरी गीत के माध्यय से कर्मचारियों में संघर्ष करने के लिए जज्बा पैदा कर दिया । आज के आंदोलन को श्री जगलाल राम भगत, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ शिक्षक फेडरेशन, श्री सचिन महतो, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन, श्री विजय सिदार, कोषाध्यक्ष सहायक शिक्षक फेडरेशन, श्री विद्याधर सिंह, श्री लालबिहारी साय पैंकरा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक छत्तीसगढ़ शासन अठारह माह का बकाया एरियर सहित केन्द्र के समान 34 % महँगाई भत्ता और 18 % मकान किराया भत्ता की घोषणा नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा, यदि शासन दमन करेगा तो आंदोलन को और उग्र कर दिया जाएगा। आभार प्रदर्शन छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री के.डी.महंत ने एवं आंदोलन का सफल संचालन और नेतृत्व श्री नेहरु सोनी ने किया । प्रतिदिन की भांति आंदोलन की शुरुआत और समापन छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना राजगीत से हुई । मिडिया प्रभारी भुवनेशवर सूर्यवंशी ने बताया कि सोमवार से दुल्दूला विकाश खंड के सभी माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक हाई और हायर सेकेण्डरी स्कूल में पढ़ाने वाले व्याख्याता और शिक्षक एलबी भी शत प्रतिशत अनिश्चित कालीन आन्दोलन में उतर रहे हैं। सरकार को अब गंभीरता से विचार करने कि आवश्यकता है।