स्वतंत्र लेख:- जशपुर जिले में अब जंगलों का अस्तित्व समाप्ति की ओर है क्योंकि वन विभाग के कर्मचारी जिले में कार्यवाही तो दूर, जंगलों को झांकना तक मुनासिफ नहीं समझते की क्षेत्र के जंगलों की क्या स्तिथि है किस प्रकार से वन अधिकार पट्टा लेने के चक्कर मे असामाजिक तत्वों के द्वारा जंगलों को विलुप्ति की ओर ले जा रहे हैं ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मामला जशपुर जिले सबसे खुबसूरत क्षेत्र या कहें जशपुर जिले के छोटा शिमला के रूप में प्रसिद्ध सन्ना क्षेत्र का है सन्ना क्षेत्र के चारों ओर जंगलों में चहचहाती पंछियों का डेरा है और वो आवाज जो सुबह शाम हमारे कानों में गूंजती थी अब शायद ही सुनाई पड़ेगी क्योंकि इनके डेरों पर किसी डायन की नजर लग गई है इनके घरों से इन्हें बेघर किया जा रहा है और इसके ज़िम्मेदार वन विभाग के कर्मचारी हैं क्योंकि इन्हें प्रशासन से वेतन मिल ही रहा है इन्हें क्या चिंता है इनको 4 दिनों बाद यहां से तबादले का आदेश मिल जाएगा , कहीं और जाकर अपनी सेवा देंगें ।