जशपुर:- महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा जिले में कुपोषण रोकथाम हेतु पहाड़ी कोरवा शिक्षिकाओं का उन्मुखीकरण सह कार्यशाला का आयोजन विगत दिवस 19 अगस्त को कलेक्टोरेट के सभा कक्ष में किया गया।
कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी जशपुर श्रीमती रेणू प्रकाश के द्वारा जिले में कुपोषण के स्तर में कमी लाने हेतु किये जाने वाले प्रयास के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। कुपोषण के स्तर में कमी लाने, 0-5 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने, जनभागीदारी को बढ़ावा देने और एनिमिया मुक्त अभियान को सफल बनाने सुपोषण चौपाल कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तर पर किया जा रहा है। जिसके अतंर्गत प्रथम चरण में 50 सबसे अधिक कुपोषित वाले ग्राम पंचायत
को चिन्हाकिंत किया है। जिसमें कुपोषण को दूर करने के लिए पहाड़ी कोरवा समुदाय के नव नियुक्त शिक्षक, शिक्षिकाओं को प्रेरित कर जनजागरूकता लाने हेतु कार्ययोजना तैयार की गई।
कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, व अन्य रिर्साेस पर्सन द्वारा उपस्थित शिक्षिकाओं को चिन्हांकित पंचायतों में कुपोषण के विभिन्न कारणों व उनके निवारण के संबंध में बताया गया।
कुपोषण के रोकथाम हेतु सुपोषण सखा व सखी के साथ मिलकर कुपोषित बच्चे का चिन्हांकन, आंगनबाड़ी की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने किचन साफ-सुथरा रखने मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना का लाभ पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती, रेडी टू ईट फूड का सही उपयोग आदि सुनिश्चित करना विटामिन ए संपूरण, टीकारण कृमिनाशक आयरन संपूरण आदि का समय पर बच्चों को प्रदाय करने परिवार के सतत् संपर्क कर साफ-सफाई हेतु मागदर्शन देने परिवार को बच्चे की उम्र अनुसार सही मात्रा एवं आवृत्ति में आहार प्रदान करने हेतु परामर्श देने स्थानीय स्तर पर घर में उपलब्ध अन्य आहार जैसे मौसमी फल, दूध, अण्डा, भाजी, हरी सब्जी का उपयोग बढ़ाने के लिए समुदाय को प्रेरित करने तथा गर्भवती व शिशुवती को स्वास्थ्य, पोषण, आराम, स्तनपान उचित देखभाल का परामर्श देने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
सभी पहाड़ी कोरवा समुदाय के नवनियुक्त शिक्षिकाओं को अपने क्षेत्र के अन्तर्गत चिन्हांकित कुपोषित ग्राम पंचायत में बच्चो के परिवार के साथ समन्वय कर उन्हें समझाईश देने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही 20 चिहांकित कुपोषित ग्राम पंचायत में सुपोषण चौपाल आयोजन करने के बारे में बताया गया।