जशपुर :- छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के देवरी-कछुआकानी से कुंजारा पहुंच मार्ग की जर्जर हालत स्थानीय रहवासियों के लिए बड़ी मुसीबत साबित हो रही है। सड़क में उभर आए गड्ढे और पत्थरों से दो पहिया और चार पहिया वाहन चालक आए दिन सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहें हैं।
जानकारी के मुताबिक, स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक इसकी सुध नहीं ली है। बरसात के मौसम में यह सड़क लोगों के लिए पूरी तरह से बेकार हो जाता है। सड़क में पानी और कीचड़ के जमाव से यह पैदल चलने लायक भी नहीं रह जाता है। उल्लेखनीय है कि इस मार्ग पर प्रदेश सरकार ने साढ़े 10 करोड़ की लागत से ईब नदी पर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कराया है। लेकिन जर्जर सड़क की सुध अब तक किसी ने नहीं ली है।
ढाई किलोमीटर की सड़क बना जंजाल
बता दें कि,कुंजारा से चोंगरीबहार के बीच 5 किलोमीटर की दूरी तय करने में वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है। गड्ढे और पत्थर से वाहन को बचाने के लिए चालक को सड़क से उतार कर वाहन चलाना पड़ता है। कुंजारा से कोरंगा तक पक्की सड़क का निर्माण हो चुका है। लेकिन कोरंगा से चोंगरीबहार तक सड़क की हालत बेहद खस्ता है। इस ढाई किलोमीटर की दूरी तय करने में आधा घंटे से भी अधिक का समय लग जाता है।
ज्ञात हो कि, इस जर्जर सड़क पर सिंगीबहार, तपकरा, केरसई, लठबोरा, साजबहार, कोहपानी, जबला, बाम्हनमारा, कोहपानी, लठबोरा, ऊपरकछार गांव के रहवासी आश्रित हैं। प्रशासनिक दृष्टिकोण से इनमें से अधिकांश गांव कांसाबेल तहसील में आते हैं। लेकिन स्वास्थ्य जैसी आवश्यक सेवा के लिए ग्रामीण कुनकुरी पर आश्रित हैं। जर्जर सड़क के कारण बीमार मरीज को अस्पताल पहुंचाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
रोपा लगाकर किया था विरोध
फिलहाल, जर्जर सड़क से परेशान ग्रामीणों का गुस्सा 6 माह पूर्व सड़क पर फूटा था। स्थानीय रहवासियों ने पानी और कीचड़ से सराबोर सड़क में धान का पौधा रोप कर विरोध प्रदर्शित किया था। इसके बावजूद जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की नींद अब तक नहीं टूट पाई है।
जनप्रतिनिधियों पर फूटा गुस्सा
बता दें कि, विधानसभा चुनाव के दौरान वोट मांगने के लिए पहुंचे राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ प्रत्याशियों को भी जर्जर सड़क से हलकान ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। जामचुंआ में आयोजित एक चुनावी सभा में पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी गोमती साय के सामने भी मतदाताओं ने सड़क को लेकर तीखे सवाल किए थे। इस पर उन्होनें दावा किया था कि सड़क निर्माण के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा था। लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। सरकार परिवर्तन होने पर प्राथमिकता के साथ इसका निर्माण कराने का आश्वासन दिया है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर