रायपुर :- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कई ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनके पास संपत्ति के नाम पर कुछ भी नहीं हैं. कोई भी चुनाव लड़ने के लिए लाखों रुपए की जरूरत होती है।
बता दें कि, चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को खर्च करने की राशि जो तय की है, वो है 40 लाख रुपये. छत्तीसगढ़ में कई ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनकी कुल संपत्ति 500 करोड़ है. कई ऐसे हैं जो फकीर हैं, जिनकी संपत्ति शून्य या फिर 500 से 1500 है. ये खुलासा चुनाव आयोग को दिये हलफनामे में हुआ है।
कौन प्रत्याशी हैं गरीब
ज्ञात हो कि, पांच प्रत्याशी की संपत्ति जीरो यानी शून्य है.तीन प्रत्याशी के पास 500 से 1500 रुपए की संपत्ति है. कांकेर विधानसभा से चुनाव लड़ने वाली पार्वती तेता आजाद जनता पार्टी की प्रत्याशी हैं. पार्वती तेता के पास संपत्ति के नाम पर कुछ नहीं हैं. भटगांव से कलावती सारथी हैं, इस उम्मीदवार के पास भी संपत्ति नहीं है. हलफनामे में इन्होंने शून्य की जानकारी दी है।
फिलहाल, गौतम प्रसाद साहू बेलतरा विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. इनके पास भी संपत्ति शून्य है. इस सूची में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नागेश पुरम का नाम भी शामिल है. मोहला मानपुर से चुनाव मैदान में हैं. इसके अलावा जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के खरसिया विधानसभा प्रत्याशी की संपत्ति भी शून्य है।
1500 रुपये की संपत्ति वाले प्रत्याशी
फिलहाल, 1000 से 1500 रुपये की संपत्ति वाले प्रत्याशियों की सूची में तीन कैंडिडेट हैं. राजरत्न उइके नेशनल यूथ पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. मुंगेली से प्रत्याशी हैं, इनकी संपत्ति मात्र 500 रुपये की है. रायगढ़ से आजाद जनता पार्टी की प्रत्याशी कांति साहू संपत्ति 1000 रुपये की है. मुकेश कुमार चंद्राकर बेलतरा विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार हैं. इनकी संपत्ति 1500 रुपये है।
जानकारी के मुताबिक, आठ प्रत्याशियों लिस्ट में तीन महिलाएं हैं.दो महिला प्रत्याशी के पास संपत्ति है ही नहीं. बता दें कि चुनाव लड़ने के लिए नामांकन फार्म भरने के लिए 10 हजार रुपए की जरूरत होती है. अब अंदाजा लगा लीजिए कि, जिनके पास संपत्ति शून्य है.वो दस हजार रुपये का इंतजाम कैसे किये होंगे।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर