बलरामपुर:- छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में लगातार हाथियों का दल विचरण कर रहा है। विचरण करते -करते दल से बिछड़कर एक हाथी वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र के कोटराही गांव में पहुंचा गया है।
वहीं एक किसान के घर में वह घुसकर जमकर उत्पात मचाया है। जैसे – तैसे कर किसी तरह घर में मौजूद लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई है। हाथी ने मकान, फसल और अनाज को काफी नुकसान पहुंचाया है। एसडीओ अनिल सिंह पैकरा ने बताया कि, हाथियों से हुए नुकसान का आकलन करने में वन विभाग के टीम जुटी हुई है। इसके साथ ही वन विभाग की टीम अब अलर्ट मोड पर है।
बलरामपुर जिले में लगातार हाथियों का दल विचरण कर रहा है। विचरण करते -करते दल से बिछड़कर एक हाथी वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र के कोटराही गांव में पहुंचा गया है. @BalrampurDist #Chhattisgarh @ForestCgGov #elephantattack pic.twitter.com/ibTyjTCy2G
हाथी ने ग्रामीण को कुचल डाला
वहीं पिछले ही दिनों सूरजपुर जिले के आसपास के इलाकों में लगातार हाथियों का दल विचरण कर रहे है। हाथियों के दल से बिछड़कर एक हाथी गांव में पहुंच गया, जहां एक ग्रामीण को कुचला दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण बोझा मार्ग पर चक्का जाम कर प्रदर्शन कर रहे है। मृतक परिवार को मुआवजा और नौकरी देने की मांग कर रहे हैं ।
देर रात आवाज सुनकर घर से बाहर निकला, पास ही मौजूद था विशालकाय हाथी
दरअसल, बीती रात को हाथियों के दल से बिछड़कर एक हाथी प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के सारसताल गांव पहुंचा गया। दल से बिछड़े हाथी का सामना ग्रामीण से हो गया, जहां हाथी ने ग्रामीण को कुचल कर मार डाला। गांव के लोगों ने बताया कि, गांव में लाइट नही होने के कारण हाथी की आवाज सुनकर मृतक घर से बाहर निकला था तभी उनका सामना हाथी से गया और उसी जगह हाथी ने उसे मार डाला। इस घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शव को रखकर चक्का जाम कर दिया। वन विभाग और बिजली विभाग के खि़लाफ़ कार्रवाई की मांग करने लगे। इसकी जानकारी मिलते ही प्रतापपुर जनपद पंचायत के अध्यक्ष जगत आयाम भी मौके पर पहुंच गए और उनका समर्थन किया। वहीं चक्का जाम की जानकारी मिलते ही प्रतापपुर एसडीएम पुलिस और वन विभागकी टीम मौके पर पहुंच और लोगों को समझाइश दे रहे है।
एसडीएम ने दिया आश्वासन
ग्रामीणों ने कहा कि, वन विभाग के लापरवाही के कारण आए दिन ग्रामीण को अपनी जान गंवानी पड़ रहा है। वहीं बिजली होने के बाद भी हमेशा कटौती रहती है, जिससे इस तरह की घटना हो रही है। इसके बाद एसडीएम ने आश्वासन दिया कि, बिजली विभाग को बुलाया जाएगा और उनसे चर्चा करके आगे लाइट कटौती न हो उस पर ध्यान देने की बात कहीं जाएगी। तब जाकर कहीं चक्का जाम समाप्त हुआ।