जिला ब्यूरो ध्रुव जायसवाल
अयोध्या में आज श्री राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक पल का जिला मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी वासियों भी साक्षी बने। जिले के विधायक एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस अवसर पर अपने गृह ग्राम रतनपुर के राममंदिर परिसर में साफ-सफाई अभियान में हिस्सा लिया। उसके पश्चात राममंदिर परिसर में चल रहे प्राण प्रतिष्ठा पूजा पाठ में उन्होंने पूजा अर्चना कर जिले वासियों तथा समस्त प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि, शांति और खुशहाली की कामना की। मंदिर प्रांगण में अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा की लाइव प्रसारण किया गया। प्रसारण पश्चात् स्वास्थ्य मंत्री ने अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सभी जिले वासियों और समस्त प्रदेश वासियों को बधाई दी। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि आज बहुत ही अदभूत दिन है। एक समय था जब 14 वर्ष का वनवास काट कर रामचन्द्र जी अयोध्या लौटे थे। तब अयोध्या वासियों ने उनका दिया जलाकर उनका स्वागत किया था। आज हमारे लिए बहुत ही हर्षोल्लास का दिन है आज राम लला पंडाल से अपने गृह में प्रवेश किये है। इस अवसर पर अयोध्या सहित पूरा भारत राममय हो गया है। आज हमारे विधानसभा क्षेत्र में भी सभी लोग दिपावली मनायें। हर घर में दिया जला कर अयोध्या की तरह दीपोत्सव मनाये। इस अवसर में स्वास्थ्य मंत्री ने शबरी की कुटिया की पूजा की और शबरी ने राम को जूठे बैर खिलाकर अपने पूर्वजों को याद ताजा की है। उन्होंने बताया कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पर आज देश विदेश में कई बड़े कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इण्डोनेशिया में राम नवमी बहुत ही अच्छे ढंग से मनाया जाता है इसके साथ ही रामलीला का मंचन भी किया जाता है। आज प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर हमारे विधानसभा क्षेत्र में रामलीला का मंचन, रामायण पाठ, रामायण प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि हमारे विधानसभा क्षेत्र से हर माह पहले यहां के बुजुर्गों को पहले अयोध्या दर्शन कराने का कार्यक्रम रहेगा। उसके बाद नव नजवानों को दर्शन कराया जायेगा। आज हमारे प्रधानमंत्री का जो संकल्प सपना था उन्होंने आज उसे पूरा करके दिखाया है।
जिले वासियों में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुबह से ही उत्साहित दिखाई दे रहे थे। मंदिरों-देवालयों में भजन, पूजन, कीर्तन, प्रभात फेरी, कलश यात्रा की धूम रही। जगह-जगह तोरण, पताका, झंडे लगाए गए थे। छोटे, बडे, बच्चे, बूढ़े, महिला और पुरुष सभी वर्ग के श्रद्धालुओं में भगवान श्री राम के प्रति गहरी आस्था, प्रेम और समर्पण भाव देखा गया।