जिला ब्यूरो चीफ ध्रुव जायसवाल
बैकुंठपुर छत्तीसगढ़ कोरिया जिले के चरचा महाजन स्टेडियम में चल रहे 48वें अखिल भारतीय गोल्ड कप फुटबॉल टूर्नामेंट में मंगलवार को दूसरा सेमीफाइनल दिल्ली एफसी और पठानकोट पंजाब के बीच खेला गया। पेनल्टी शूटआउट में पठानकोट ने दिल्ली टीम को 6-5 से हराया। बुधवार को फाइनल मैच दोपहर 2.30 से डाउन टाउन हीरोज कश्मीर और पठानकोट के बीच खेला जाएगा।
सेमीफाइनल मैच की शुरूआत से ही दोनों टीमें बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए एक-दूसरे पर हावी रहीं। दिल्ली की टीम पहले पठानकोट पर दबाव बनाती नजर आई। इस बीच पठानकोट को मैच के शुरूआती 17 मिनट में पहला कार्नर मिला पर टीम गोल नहीं कर पाई। इसी के साथ दिल्ली टीम को कई बार मौका मिलता रहा पर गोल करने में सफलता नहीं मिली। दूसरी ओर पंजाब टीम को गोल करने का अवसर मिला पर दिल्ली का गोलकीपर इतना मजबूत था की गोल करने का मौका ही नहीं दे रहा था। सेमीफाइनल मैच की शुरूआत से ही दोनों टीमें बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए एक-दूसरे पर हावी रहीं। दिल्ली की टीम पहले पठानकोट पर दबाव बनाती नजर आई।
इस बीच पठानकोट को मैच के शुरूआती 17 मिनट में पहला कार्नर मिला पर टीम गोल नहीं कर पाई। इसी के साथ दिल्ली टीम को कई बार मौका मिलता रहा पर गोल करने में सफलता नहीं मिली। दूसरी ओर पंजाब टीम को गोल करने का अवसर मिला पर दिल्ली का गोलकीपर इतना मजबूत था की गोल करने का मौका ही नहीं दे रहा था।
दिल्ली टीम को लगातार दो बार कार्नर मिला पर टीम गोल करने ये लगातार चूक गई। सेमीफाइनल मैच इतना रोमांचक रहा कि दर्शकों में काफी उत्साह देखा गया। हाफ टाइम तक दोनों ही टीमें 0-0 पर रहीं। हाफ टाइम के बाद भी दिल्ली को गोल करने के कई मौके मिले पर टीम लगातार चूकती रही। इसी के साथ मैच 0-0 पर समाप्त हुआ। मुख्य निर्णायक ने पेनल्टी शूटआउट करवाया। पेनल्टी शूटआउट में पहला मौका पठानकोट को दिया गया। जिसमें पठानकोट ने 6 गोल किये। वहीं दिल्ली की टीम 5 गोल ही कर पाई। मैच के मुख्य निर्णायक सांतन अग्रवाल, विशाल प्रजापति, भरत राजवाड़े, आशीष तिवारी, मैच कमिश्नर अनिल कचेर रहे।
प्रतियोगिता में अध्यक्ष सह क्षेत्र प्रबंधक जितेन्द्र कुमार, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, संदीप कुमार, सचिव डॉ अशोक बिराजी, सह सचिव एम एच खान, अशोक निर्मलकर, कोषाध्यक्ष मोहम्मद रियाज सक्रिय रहे। ग्राउंड में व्यवस्था देखरेख में कोच विजय विश्वकर्मा, रोशन अब्दुल, सुनील बरला, प्रदीप डे, सुनील बरला, अब्दुल अब्दुल, मो.रफीक, मो.मुनाफ, पदमों, सीताराम, सुरक्षा प्रहरी दीपक साहू, मेडिकल से दिनेश कुमार सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे। वहीं स्टेडियम व खिलाड़ियों की व्यवस्था देखरेख में राजू, लल्लू, सिंपल, धनंजय सिंह, गुड़िया, फुल बाई, दिलीप व अन्य स्टाफ शामिल हैं।