Chhattisgarh Crime News:- छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक राइस मिल में हुए आदिवासी नाबालिग युवती के साथ दुष्कर्म और अवैध कब्जे का मामला फिर से तूल पकड़ रहा है.
बता दें कि झारखंड के एक युवक ने राइस मिल में काम करने वाली नाबालिग से दुष्कर्म किया था. हालांकि, उसे 10 मई को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था. नाबालिग से हुए दुष्कर्म की घटना के बाद राइस मिल के अवैध कब्जे को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.
दरअसल, एसडीएम कांकेर राइस मिल के अवैध कब्जे को तोड़ने को लेकर आदेश होने की बात कह रहे हैं. लेकिन, राजनीतिक दखल के कारण प्रशासन का बुलडोजर (Bulldozer) अवैध कब्जे तक नहीं पहुंच पा रहा है.
नाप-जोख में एक हिस्सा पाया गया अवैध
हालांकि, नाबालिग आदिवासी युवती से हुए रेप और अवैध कब्जे के मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग और श्रम विभाग ने संयुक्त जांच टीम गठित किया था. इस केस पर कांकेर विधायक आसाराम नेताम ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी. विधायक के हस्तक्षेप के बाद राजस्व विभाग ने राइस मिल की जमीन की नाप-जोख कराई गई, जहां राइस मिल का आधा हिस्सा अवैध कब्जे की बुनियाद पर खड़ा था.
MLA के फटकार का कोई असर नहीं
फिलहाल, राइस मिल की जमीन की नाप-जोख के 50 दिन बीत चुके हैं. लेकिन, अब तक अवैध कब्जे पर बनी राइस मिल में कार्रवाई नहीं हुई है. न ही विधायक के फटकार का कोई असर हुआ है. अब बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि अवैध कब्जे पर बुलडोजर क्यों नहीं चल रहा है. क्या, कार्रवाई में देरी की वजह राजनीतिक संरक्षण है, या फिर कुछ और..?
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर