मंदसौर जिले के मेनपुरिया गांव में दबिश देकर सेक्सटॉर्शन गैंग का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। गैंग दो साल से लोगों को लूट रही थी। इस गैंग के तीन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। इसमें दो महिला है और एक नाबालिग, दो की तलाश जारी है।
दरअसल, यह गैंग लगभग दो साल से सक्रिय थी और बार-बार अपना स्थान बदल लेते थे। इस चक्कर में पुलिस की पकड़ से दूर थे। दबिश वाले मकान से तीन लाख रुपये मिले हैं। पुलिस का मानना है कि गैंग अब तक ब्लैकमेलिंग कर 30 लाख से ज्यादा रुपये वसूल चुकी थी। आठ से 10 मामलों की जानकारी भी सामने आई है। मामले में पुलिस ने दो महिलाओं, एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। अभी दो आरोपित फरार हैं। दो आरोपित मेनपुरिया, दो आलोट जबकि एक बड़ौद का रहने वाला है।
हालांकि, नई आबादी टीआई वरुण तिवारी ने बताया कि सेक्सटॉर्शन के जरिए ब्लैकमेलिंग व रुपये की वसूली से जुड़ी गंभीर शिकायतें पुलिस तक पहुंची थी। केस की गंभीरता देख एसपी अनुराग सुजानिया ने विशेष टीम का गठन किया। नई आबादी टीआई वरुण तिवारी पीड़ित पक्षों के माध्यम से पूरे रैकेट तक पहुंचे। पुलिस की दबिश के बाद परतें हटती गईं। पुलिस ने मेनपुरिया में रहने वाली महिला, उसकी सहयोगी आलोट क्षेत्र की महिला, एक नाबालिग को हिरासत में लिया। साथ ही केस में फरार आलोट के शैतान सिंह पुत्र भगवान सिंह व राजेश पुत्र मदन टेलर निवासी बड़ौद भी आरोपी बने हैं। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपितों ने तीन साल में 30 लाख रुपये तक वसूलना बताया। अब पुलिस इनका पुराना रिकॉर्ड खंगाल रही है। दोनों फरार आरोपितों की तलाश जारी है।
कॉल कर बुलाते थे मंदसौर
वहीं, महिलाओं ने स्थानीय लोगों के अलावा अन्य लोगों को भी शिकार बनाया। कॉल के बाद संबंधित को बातचीत के बहाने मंदसौर बुलाते और रुपये नहीं होने पर बंधक बना लेते थे। वीडियो व स्क्रीन शॉट बताकर रुपये की डिमांड करते थे। बंधक बने व्यक्तियों से परिजनों की बात कराते और महिलाओं के जरिए झूठी एफआईआर कराने का दबाव बनाकर यूपीआई आईडी से भी लेन-देन करते। कुछ मौकों पर नकदी की बात आती तो कभी सांवलियाजी तो कभी पशुपतिनाथ मंदिर के पास की लोकेशन बताते थे। कुछ मामलों में इन्होंने युवकों को 2 से 3 दिनों तक बंधक बना रखा था।
ये होता है सेक्सटॉर्शन, आजीवन कारावास तक की सजा संभव
दरअसल, सेक्सटॉर्शन यौन शोषण से जुड़ा ब्लेकमैलिंग का एक रूप है। इसमें किसी व्यक्ति की मांगें पूरी नहीं होने पर उसकी अंतरंग तस्वीरें या वीडियो ऑनलाइन शेयर या लीक करने की धमकी दी जाती है। एवज में संबंधित या स्वजनों से रुपये मांगे जाते हैं। मामले में नए कानून के तहत आरोपितों को आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
आरोपितों का पुराना रिकॉर्ड खंगाला जा रहा
फिलहाल, शिकायतों की जांच के बाद मेनपुरिया में दबिश दी गई। वहां मकान से 3 लाख रुपये मिले हैं। आरोपित लोगों को घर के पीछे बाड़े में बंधक बनाकर रखते थे और स्वजनों से उनकी बात कराकर रुपये मंगाते थे। फोन-पे तक तक इस्तेमाल होता था। आरोपित महिलाओं के मोबाइल में अश्लील वीडियो की 40 क्लिपिंग मिली हैं। ऐसी जानकारी है कि अब तक करीब 30 लाख रुपये ऐठ चुके हैं। प्रारंभिक पूछताछ में 8 से 10 मामलों का खुलासा हुआ है। 3 सालों से सक्रिय थे। सभी का पुराना रिकार्ड खंगाला जा रहा है। गैंग के 5 आरोपितों में 2 महिलाएं व एक नाबालिग मौके से मिल गए हैं। 2 आरोपित फरार हैं।
…वरुण तिवारी, टीआई
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर