Rape Statistics in India :- हाल ही में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. न्याय की मांग करते हुए जूनियर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया और काम बंद कर दिया. पुलिस ने इस मामले में आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है.
कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस मामले को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया है.
NCRB रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के खिलाफ अपराधिक मामलों में ‘पति या उनके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता’, ‘महिलाओं का अपहरण और जबरन ले जाना’, ‘महिलाओं पर हमले’ और ‘बलात्कार’ जैसे मामलों की बड़ी हिस्सेदारी है.
NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर 16 मिनट में एक महिला के साथ रेप जैसी घिनौनी वारदात होती है.
महिलाओं के खिलाफ अपराधों के बढ़ते मामले: एक चिंताजनक तस्वीर
NCRB की रिपोर्ट से पता चलता है कि 2022 में भारत में महिलाओं के खिलाफ 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो हर घंटे 51 मामलों के बराबर है. इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में न्यायिक प्रक्रिया में न केवल देरी हो रही है, बल्कि सजा दर भी बहुत कम है. इस स्थिति को सुधारने के लिए पुलिस और न्यायिक तंत्र दोनों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने में प्रभावी कदम उठाए जा सकें.
पुलिस द्वारा मामलों का निपटारा: चार्जशीटिंग और लंबित मामले
पुलिस द्वारा चार्जशीटिंग की दर अपराध के प्रकार के आधार पर भिन्न रही है.
अपराध का प्रकार चार्जशीटिंग दर (%)- लंबित मामलों की दर (%)
महिलाओं की मर्यादा का अपमान (Insult to Modesty) 85.2 36.6
हत्या के साथ बलात्कार (Murder with Rape) 84.5 38.8
महिलाओं की मर्यादा पर हमला (Assault on Modesty) 83.7 25.6
बलात्कार (Rape) 77.9 23.9
बलात्कार का प्रयास (Attempt to Commit Rape) 67.8 28.5
न्यायालय द्वारा मामलों का निपटारा: सजा दर
अपराधों के मामलों में न्यायालयों द्वारा सजा दर भी निम्नलिखित प्रकार से देखी गई:
अपराध का प्रकार सजा दर (%)
हत्या के साथ बलात्कार (Murder with Rape) 69.4
बलात्कार (Rape) 27.4
महिलाओं की मर्यादा पर हमला (Assault on Modesty) 25.6
बलात्कार का प्रयास (Attempt to Commit Rape) 20.1
हत्या के साथ बलात्कार (Murder with Rape) 18.5
राज्यों में बलात्कार के मामले
2022 में देशभर में कुल 31,516 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए, जिसका अर्थ है कि हर 16 मिनट में एक मामला सामने आया. निम्नलिखित राज्यों में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए:
राजस्थान: 5,399 मामले
उत्तर प्रदेश: 3,690 मामले
मध्य प्रदेश: 3,029 मामले
महाराष्ट्र: 2,904 मामले
आसाम: 1,113 मामले
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में न्यायिक प्रक्रिया में न केवल देरी हो रही है, बल्कि सजा दर भी बहुत कम है. इस स्थिति को सुधारने के लिए पुलिस और न्यायिक तंत्र दोनों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने में प्रभावी कदम उठाए जा सकें.
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर