SC-ST Bharat Band Strike :- केंद्र की सुविधाओं और योजनाओं में मिलने वाले आरक्षण के क्रीमी लेयर लेवल को बढ़ाने को लेकर पूरे देश भर में एससी-एसटी पार्टियों ने भारत बंद किया.
वहीं, इसके तहत लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस बंद का मिला जुला असर देखने को मिला. कुछ जिलों में इसको लेकर आंशिक बंदी दिखी, तो कुछ जिलों में इसका असर बहुत ज्यादा देखने को मिला.
जशपुर में दिखा आंशिक असर
बता दें, जशपुर जिले में भारत बंद का आंशिक असर देखने को मिला. बंद समर्थकों ने रैली निकालकर दुकानों को बंद करवाया. इस दौरान केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ जोरदार नारेबाज़ी भी की गई. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि संविधान में छेड़छाड़ की जा रही है, जिसे वे बर्दाश्त नहीं करेंगे. रैली में शामिल SC और ST वर्ग के प्रदर्शनकारी “संविधान से छेड़छाड़ बंद करो” और “भारत माता की जय”, “केंद्र सरकार होश में आओ” के नारे लगाते हुए नजर आए. रैली के अंत में प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल के नाम एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उनकी मांग का उल्लेख किया गया है.
भिंड में दिखा बंद का असर
वहीं,एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ 21 अगस्त को सामाजिक संगठनों द्वारा भारत बंद का असर भिंड (Bhind) में देखने को मिला. बसपा के बैनर तले हजारों की संख्या में सामाजिक संगठनों ने रैली निकालकर विरोध जताया. साथ ही कलेक्ट्रेट के बाहर नारेबाज़ी कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौके पर मौजूद था. पुलिस प्रदर्शनकारियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही थी. प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को देखते ही पुलिस ने कलेक्ट्रेट कार्यालय को सुरक्षा घेरे में ले लिया.
बंद समर्थकों ने व्यापारियों से की अपील
दरअसल, अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित भारत बंद के तारतम्य में बिलासपुर (Bilaspur) बंद का आंशिक असर रहा. यहां बंद के समर्थक संयुक्त आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा घूम-घूम कर दुकानें बंद करने का निवेदन किया जाता रहा, लेकिन बंद समर्थकों के निवेदन को अनसुनी कर दी गई और कुछ व्यापारियों को छोड़कर अधिकांश ने अपनी दुकानें पूर्व की भांति खुली रखी. स्कूलों, बैंक तथा सरकारी दफ्तरों में पूर्व की भांति जारी रहा.
बैतूल में नहीं दिखा बंद का असर
फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ एससी-एसटी और जयस द्वारा बुलाये गए बंद का असर बैतूल (Betul) में दिखाई नहीं दिया. बंद कराने वालों से बड़ी संख्या में जगह-जगह पुलिस बल के तैनात रहने से व्यापारियों में भय का माहौल नहीं बन सका. एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर के आदेश को लेकर देशभर में असंतोष की लहर है. सर्वोच्च न्यायालय के 1 अगस्त के इस आदेश के खिलाफ संपूर्ण एससी-एसटी सामाजिक संगठन भारत बंद का आह्वान कर रहे हैं.
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर