GPM से कृष्णा पाण्डेय की खबर:- प्रशासन की अनदेखी की वजह से नगर पंचायत गौरेला के शासकीय प्राथमिक एंव मिडिल विद्यालय ज्योतिपुर की हालत दयनीय है.. यहा स्कूल प्रगंण में जलभराव की समस्या से सैकड़ों बालक एवं वहां अध्ययन कराने वाले शिक्षक इस समस्याओं से जूझ रहे हैं। इस स्तिथी को देख कर बच्चे स्कूल आने से कतरा रहे हैं..स्कूल के सामने जलभराव के कारण बच्चे कीचड़ में से गुजर कर स्कूल जाने को मजबूर है,इनका सूद लेने वाला कोई नहीं.. विद्यालय की छात्र-छात्राएं स्कूल जाने के लिए कीचड़ भरी राह से गुजरने को मजबूर है.. हालात यह है कि स्कूल पहुंचते-पहुंचते छात्र कई बार इस कीचड़ और गंदगी में फिसल कर गिर जाते है जिसके कारण से कई बार छात्र चोटिल भी हो चुके हैं..लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है
आप को ये भी बता दे कि इसी कैंपस के अंदर प्राथमिक मिडिल स्कूल के अलावा आंगनबाड़ी केंद्र स्थित है। जहां छोटे छोटे बच्चे पढ़ने आते है.. लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते यहां के शिक्षक एवं सैकड़ों बच्चों को इसी कीचड़ से होकर स्कूल आने को मजबूर है। आखिर कब तक यह के बच्चों शिक्षकों को कीचड़ से होकर विद्यालय जाना पड़ेगा???या जिम्मेदार अधिकारियों को कोई बड़े हादसे का इंतज़ार है
जल निकासी नाली का अभाव
मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक शाला एवं मिडिल विद्यालय नगर पंचायत गौरेला के अंतर्गत आता है.. यह शाला में नाली के अभाव के कारण बरसात में जलभराव की समस्या बनी रहती है। इस संबध में स्कूल के शिक्षकों द्रारा कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया है.. लेकिन अब तक प्रशासन ने ध्यान तक नही दिया.. जिसका खमियाजा इन बच्चो को चुकाना पड़ रहा है..
अब देखना यहा होगा की कब शासन प्रशासन की आंख खुलती है और इन बच्चो कि दिक्कतों का हल निकल पाता है..
*इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं थी आप के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है जल्द ही जलभराव की समस्या को दूर किया जाएगा*
*विष्णु यादव सीएमओ नगर पंचायत गौरेला*