जशपुर/बगीचा:- प्रदेश के जशपुर जिले से बड़ी खबर निकल कर आ रही है।जहां बताया जा रहा है कि अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत के नेतृत्व में 17 इशाई लोगों को आदिवासी परम्परा अंतर्गत जात भीतर,भात भीतर कार्यक्रम करते हुए कानूनी तरीके से हिन्दू धर्म में वापस कराया गया है।जहां हजारों की संख्या में सनातनी जनजाति समुदाय के लोग मौजूद थे।जिसे लेकर प्रदेश भर में धार्मिक के साथ साथ राजनीतिक में भी हड़कम्प मच गई है।
आपको बता दें कि आज रायपुर में इशाई आदिवासी महासभा के द्वारा जनजाति सुरक्षा मंच की प्रमुख मांग डिलिस्टिंग के विरोध में इशाई समुदाय लामबंद होने जा रहा है तो दूसरे तरफ प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले के बगीचा कुरडेग गांव में प्रदेश के कद्दावर आदिवासी नेता जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत के नेतृत्व में तीन परिवार के 17 इशाई लोगों को कानूनी तरीके से सपत पत्र देते हुए आदिवासी परम्परा अंतर्गत जात भीतर करते हुए सभी इशाई परिवार को सनातन धर्म मे वापस कराया गया है।जिसके बाद पूरे गांव में जात भात कार्यक्रम करते हुए भोजन भी कराया गया।जिस कार्यक्रम में पूरे क्षेत्र से हजारों की संख्या में सनातनी जनजाति समाज के लोग मौजूद थे।जहां पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा असली परम्परा सनातनी ही है और इसे छोड़ कर हमारे आदिवासी बन्धु ईसाइयों के चंगई जैसे प्रपंच में फंस कर इशाई धर्म अपना चुके लोगों का जात भीतर, भात भीतर कार्यक्रम करके सनातन धर्म में वापस कराया गया है।
जहाँ एक तरफ पूरे प्रदेश में आदिवासी समुदाय के धर्मांतरण को लेकर बवाल मचा हुआ है तो वहीं दूसरे तरफ कद्दावर आदिवासी नेता गणेश राम भगत के जात-भीतर,भात-भीतर कार्यक्रम से प्रदेश भर में हड़कम्पच गयी है।बताया जा रहा है कि जनजाति सुरक्षा मंच के डिलिस्टिंग की मांग तेज होने पर इशाई समुदाय में भय का माहौल व्याप्त है जिसके डर से इशाई अब वापस हिन्दू धर्म मे आना शुरू कर दिए हैं।बता दें कि पूर्व में भी ईसाईयों को हिन्दू धर्म मे मात्र लोटा और थाली लेकर वापस कराया जाता रहा है,परन्तु इस बार जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा बकायदा सपत पत्र देते हुए कानूनी प्रक्रिया अंतर्गत असली संख्या के आधार पर और आदिवासी परम्परा अंतर्गत हिन्दू धर्म में जात भीतर किया गया है जो प्रदेश के आदिवासियों के लिए काफी अहम माना जा रहा है।बताया जा रहा है कि जात भात भीतर कार्यक्रम के बाद जो इशाई अब हिन्दू धर्म अपना चुके हैं इनके परिवार से हिन्दू धर्म के आदिवासी समुदाय के लोग अब उनसे अपनी सामाजिक रीति रिवाज अपनाते हुए उनसे रोटी बेटी का भी लेन देन करेंगे।
अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा आयोजित जात भीतर,भात भीतर कार्यक्रम में राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत के साथ साथ मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष नयु राम भगत,संयोजक रोशन प्रताप,उपाध्यक्ष चंद्रदेव ग्वाला,सन्तन यादव,समाजसेवी अधिवक्ता रामप्रकास पाण्डे,हाई कोर्ट के अधिवक्ता दिलमन मिंज,संरक्षक राजू गुप्ता सन्ना,मंगरा राम,हरि राम,करुणा भगत,जगमनी बाई,सुसीला भगत,सुखलाल यादव,अनिल भगत,अमर भगत,श्री राम,खुलासाय भगत जैसे प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद थे।