जशपुरनगर:-भारत की अस्मिता माँ सरस्वती की पुत्री और राष्ट्र की आवाज जो देश की अमूल्य धरोहर है,स्व.लता मंगेशकर की याद में नगरवासियों ने जिला पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल और शहर के अग्रणी शासकीय राम भजन राय एन ई एस महाविद्यालय जशपुर के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित के विशेष मार्गदर्शन में नगर वासियों ने महाविद्यालय के सेमीनार हॉल में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जशपुर विधायक विनय भगत ,विशिष्ट अतिथि के रूप में ,जिला एस पी विजय अग्रवाल ,एडिशनल एस पी प्रतिभा पांडेय,रायपुर से पधारे एडिशनल एस पी सुखनन्दन राठौर,महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय रक्षित की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।स्वरांजलि कार्यक्रम के माध्यम से जशपुर नगर के कलाकारों ने स्व.लता मंगेशकर जो राष्ट्रीय एकता अखंडता के प्रतीक के लिए सुमधुर गीत गए ,ना सिर्फ राष्ट्र प्रेम,वेदना,प्रेम,विरह,ख़ुशी,प्रकृति,आम आदमी और मिटटी के कण-कण में बसे हुए गीत जो बरबस ही हमारे जीवन के अंग बन गए हैं।
उनके गाये हुए गीत पुरे कायनात में गूंजते रहते हैं।मुख्य अतिथि की आसंदी से जशपुर विधायक विनय भगत ने कहा, कि हमारा जशपुर के आयोजक पुलिस प्रशासन और यंहा के कलाकारों ने आज देश की अमूल्य धरोहर लता दीदी की याद में यह कार्यक्रम आयोजित किया है,मैं उन्हें धन्यवाद देता हूँ, उनके गाये गीत हमारे दिलों में राज करते हैं।जिले के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने कहा कि जशपुर की अपनी समृद्ध सांस्कृतिक परम्पराये रही है,और स्प्ष्ट रूप से ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिए जंहा स्व. लता को समर्पित यह कार्यक्रम नगर की भावनाओं को प्रगट करता कलाकारों को हौसला अफजाई करते हुए अपने शब्दों में स्व.लता को श्रद्धांजलि
अर्पित किया,साथ ही एडिशनल एस पी प्रतिभा पांडेय ,रायपुर,एडिशनल एस पी एस एन राठौर, त्रिविधा के देवेंद्र गुप्ता ,सुधीर पाठक ने अपने शब्दों में श्रद्धा सुमन अर्पित किये।डॉ विजय रक्षित ने कहा कि राष्ट्र प्रेम और राष्ट्रभक्ति के लिए स्व.लता के अमर गीत हमेशा याद किये जायेंगे।जशपुर के प्रतिभाशाली कलाकारों में सबसे पहले साक्षात सरस्वती की पुत्री जिनका स्वयं लता के गले में वास था के लिए माँ सरस्वती की वंदना स्वरूप या कुन्देन्दु तुषार हार धवला गीत को सबसे पहले मधु मिश्रा एवम साथियों ने सस्वर लय सहित प्रस्तुत किया।स्व.लता के कालजयी गीत जिन्हें सुनकर भारत के प्रथम प्रधामनमंत्री जवाहर लाल नेहरू के आँख भर आये थे ऐ मेरे वतन के लोगों गीत को अंबिकापुर से आयी नन्ही कलाकार अस्मि वर्मा ने खूबसूरत लय और ताल के साथ संगीतमयी प्रस्तुति दी।
नगर के गायक सोनू पांडेय ने गीत मेरी आवाज ही पहचान है,दुर्गा सोनी,हमें और जीने की चाहत ना होती–गायिका रमा जावलकर ने तूने ओ रंगीले कैसा जादू किया—शैलेंद्र पाठक -आजा आयी बहार ,अंबिकापुर से नगर के प्रथम पंक्ति के गायक संजीव वर्मा ने डुएट सांग तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा —-,नागपुरी कलाकार श्रद्धा भगत सत्यम शिवम सुंदरम,–परदेसिया तूने ये किया किया गीत मोहक अंदाज़ में प्रस्तुत किया।अन्य कलाकारों में नावेद आलम ने परदेशियों से ना —राजेंद्र प्रेमी ने अपने लेखन के माध्यम से लता के लिए गीत,प्रभात मिश्रा मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये—मिथलेश पाठक–अकेले हैं चले आओ जंहा हो—रेणुका—–अजीब दास्तां है ये,वंशिका रजक–रहें ना रहे हम, श्रीमती रजक–तेरा मेरा साथ रहे —ओजस्वी –इस मोड़ से जाते हैं कुछ शुष्क——राजेश जैन—ने अपने गीतों के माध्यम से भावुक अंदाज़ में अपनी प्रस्तुति दी इसके साथ ही अन्य कलाकारों ने भावभीनी स्वरांजलि के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित किया।जशपुर के कलाकारों का विभिन्न रंगों की छटा इस स्वरांजलि कार्यक्रम में देखने को मिला।कॉर्यक्रम का सफल संचालन मिथलेश कुमार पाठक ने किया।कॉर्यक्रम में सम्वेदना के अध्यक्ष संजय पाठक,मनीषा छावड़ा,श्रीमती सरस्वती पाठक सहित महाविद्यालय परिवार नव संकल्प के छात्र गन,एन एस एस दलनायक प्रेम कुमार यादव सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।उपस्थित नागरिकों का और अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया गया।