अम्बिकापुर (छत्तीसगढ़) प्रदेश में मादक पदार्थों के अवैध परिवहन व बिक्री के विरुद्ध जारी अभियान में सरगुजा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक लग्जरी कार से 85 किलो गांजा जब्त किया है।
जानकारी के मुताबिक, गांजा परिवहन में लगे कार सवार दो व्यक्ति पुलिस की घेराबंदी देख दरिमा मोड़ के पास से अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। पुलिस टीम ने उनका पीछा भी किया लेकिन आरोपित पकड़ में नहीं आ सके। कार के आधार पुलिस ने आरोपितों की पहचान सुनिश्चित कर लिए जाने का दावा किया है। गांजा तस्करों के तार ओडिशा से जुड़े होने की पुख्ता जानकारी पुलिस को मिली है। लगातार चल रही कार्रवाई के बीच गांजा की इस बड़े खेप का बाजार मूल्य 16 लाख से भी अधिक आंका गया है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस इन दिनों गांजा,शराब सहित दूसरे मादक पदार्थों की खरीद-बिक्री पर रोक लगाने अभियान छेड़ रखी है। स्थानीय स्तर पर सूचना तंत्र को और मजबूत किया गया है। गुरुवार की शाम पुलिस को सूचना मिली थी कि एक लग्जरी कार में दो लोग गांजा लेकर सीतापुर की ओर से शहर की ओर आ रहे है। इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा के निर्देश पर पुलिस की अलग-अलग टीम को घेराबंदी में लगाया गया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, सीएसपी स्मृतिक राजनाला के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घेराबंदी की थी।
बता दें कि, पुलिस की घेराबंदी में गांजा तस्कर फंस गए थे। इसके पहले की आरोपित पकड़ में आते उसके पहले ही कार को तेजी से चलाते हुए भागने लगे। दरिमा मोड़ के पास उन्हें लगा कि अब वे नहीं बच सकते तो सुनसान जगह पर कार को खड़ी कर झाड़ियों का सहारा लेते भाग निकले। पुलिस टीम पीछा करते तत्काल कार तक पहुंच चुकी थी लेकिन दोनों आरोपित वहां से भाग गए थे। कुछ पुलिसकर्मियों ने उनका पीछा भी किया लेकिन अंधेरे के कारण दोनों का कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें 85 किलो 510 ग्राम गांजा बरामद हुआ। कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक राजेश सिंह, बस स्टैंड प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अभिषेक पाण्डेय, कृष्ण कुमार यादव, प्रधान आरक्षक छत्रपाल सिंह, विजय रवि, सियाराम मरावी, आरक्षक मंटू गुप्ता, विमल सिंह, रुपेश महंत, इदरीश खान, शिव राजवाड़े, कुंदन सिंह, चंचलेश सोनवानी, राजेश किंडो, प्रदीप सिंह, उम्मीद राम भगत, संजय कुजूर शामिल रहे।
फिलहाल, उत्तर छत्तीसगढ़ गांजा परिवहन का ट्रैक बनता जा रहा है। बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड के गांजा तस्कर इसी रास्ते से होकर गांजा ले जाने का प्रयास करते हैं। गांजा जब्ती की अब तक जितनी भी बड़ी कार्रवाई हुई उसमें ओडिशा से गांजा लाने की पुष्टि भी हुई है। कई बार गांजा तस्कर जशपुर जिला में ही पकड़ में आ जाते है लेकिन इस बार वे जशपुर जिले को पार कर शहर तक पहुंच गए थे तब जाकर पुलिस ने इनकी घेराबंदी की थी। गांजा तस्करों के स्थानीय नहीं होने की भी जानकारी मिल चुकी है।
सरगुजा पुलिस ने दावा किया है कि गांजा तस्करों के संबन्ध में महत्त्वपूर्ण जानकारी मिल चुकी है। चूंकि अभी विवेचना जारी है इसलिए आरोपितों का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। पुलिस कर्मचारियों को गांजा तस्करों की गिरफ्तारी में लगाया गया है। उम्मीद है कि शीघ्र ही आरोपितों को भी पकड़ लिया जाएगा ।
गांजा परिवहन में संलिप्त आरोपितों को संभवतः यह लग गया था कि अब वे पकड़ में आ जाएंगे इसलिए सुरक्षित स्थान देखकर गांजा लोड कार को छोड़कर रात के अंधेरे में वे भाग निकले। आरोपितों की तलाश की जा रही है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा