बिंझिया सामाज के हजारों लोग रहे शामिल।
मुकेश कुमार आईबीएन 24न्यूज
सूरजपुर जिले के जयनगर में बिंझिया समाज के द्वारा क्षेत्रीय महासम्मेलन,महारैली के साथ संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, महारैली में जयनगर साप्ताहिक बाजार से जयनगर बरपारा बिंझिया सामुदायिक भवन तक लगभग 1 किलोमीटर रैली किया गया जिसमें डीजे, रंगगुलाल पटाखे के साथ सामाज से हजारों लोग धूमधाम के साथ महारैली में शामिल हुए, जिसमे सरगुजा संभाग के अनेकों गांव सहित कोरबा,भटगांव, कलुआ, डबरा सहित छत्तीसगढ़ के अनेकों जगह से बिंझिया अनुसूचित जनजाति के लोग उपस्थित रहे, सबसे पहले मां सरस्वती जी वह भगवान गोपाल राय जी के छायाचित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीशगढ़ के पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा रहे, तथा विशिष्ट अतिथि का बिंझिया समाज के कार्यकर्ताओं के द्वारा फूल माला के साथ स्वागत किया गया, साथ में मुख्य अतिथि के रूप में बिंझिया जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष भुवाल सिदार, राष्टीय उपाध्यक्ष जगरनाथ पुष्प,राष्ट्रीय सचिव हरदेव सिरदार, सलाहकार दिलीप सिरदार, अनिल सिदार, भारत गुरुजी,देवनारायण सिरदार, राष्टीय प्रवक्ता विजय सिरदार,तपेश्वर राम,क्षेत्रीय अध्यक्ष बुझन राम,युवा मोर्चा छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र सिरदार ,कैलाश सिरदार, बंधु राम, ठेपाराम,रहे, साथ में मुख्य अतिथियों का भी फूल माला के साथ कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वागत किया गया, इस बीच समाज की और आतिशबाज़ी व रंग गुलाल के साथ खुशी जाहिर किया गया, साथ में छोटे छोटे बच्चो के कई छत्तीसगढ़ी गाना पर सांस्कृतिक कार्यक्रम दिया गया जिसमें मुख्य अतिथि,विशिष्ट अतिथि, सहित समाज के सभी लोगों का मन परफुल्लित हो गया,सबसे पहले कार्यक्रम के उद्बोधन में छोटे छोटे बच्चों के द्वारा स्वागतम स्वागतम गीत की शुरुआत की गई, इस बीच मुख्य अतिथि के द्वारा बताया गया कि आप सभी में इतना ज्यादा एकता देखकर मेरा मन खुश हो गया, बिंझिया राष्ट्रीय सचिव के कहां गया कि आप सभी जागरूक बने साथ में सभी कोई अपने बच्चों को पढ़ना निभाना जरूरी है। वहीं क्षेत्रीय बिंझिया समाज के अध्यक्ष बूझन सिरदार के द्वारा बताया गया कि हम बिंझीया लोग पहले से आदिवासी थे,आज से नहीं कई युग से आदिवासी थे।
इस दौरान शंकर गवंटिया,लाल बहादुर, तनंग राम,राजेंद्र प्रसाद,गीताराम, देवधन,सुरेश कुमार,देवशरण सिंह,कृष्णपाल,सपुरण राम,प्रकाश राम,ब्रह्मदेव,बसंत राम,शंभू राम,भरत सिदार, दुबराज,तेजाराम,विरेंद्र कुमार,विजय सरपंच,सिया राम,पनिक,पातर साय,पिंटू,भोज,जीरो बाई,शिवकुमारी,अगासो बाई,इंद्रावती सिंह,उनती बाई,देवती बाई, छप्पन देव, कुंभकरण,पातर साय,बीरसाय, रामअवतार,विनोद,चंद्रेश,किरणचंद, कमल साय,नोहर साय ,सोमारू राम, देवसाय, संतूराम,आलम साय, जूठन राम,संजय सिरदार,अजय,बल्ली,धनपत राम वीरेंद्र राम,भोलाराम,उपेंद्र,इंद्रावती कुंवारों बाई, राजेश्वर प्रसाद,सितेश राम सिरदार,हरी प्रसाद सहित हजारों बिंझिया समाज के लोग वह कार्यकर्ता उपस्थित रहे।