मुकेश कुमार आईबीएन 24न्यूज
लखनपुर- ग्राम बेलखारिखा मे आदिवासियों की प्रकृति पर्व करमा त्यौहार हिन्दू पंचाग के भादो माह के एकादशी को पूरे छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र साथ ही सरगुजा के ग्रामीण अंचलों में बड़े ही हर्षोल्लास धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
इसी क्रम में सर्व आदिवासी गोड़ समाज विकास समिति ब्लॉक स्तर पर ग्राम बेलखारिखा में गोड़वाना भवन प्रागंण में करमा तिहार
क्रार्यकम का अयोजन किया जा रहा है
यह कार्यक्रम मंगलवार को समय 4बजे प्रारभ कर रात 8बजे तक जारी रहेगा और दूसरे दिन बुधवार सुबह 8बजे गोड़वाना भवन बूढा देव पूजा स्थल से करम जाई जवारा सिर में लेकर महिलाएं एवं युवतियां रैली निकल ढोल मदर की थाप पे परपरागत नृत्य करते हुए गांव के ही घुनघुट्टा नदी में जाई विसजर्न किया जाएगा और सभी श्रद्धालु भक्तों के लिए प्रसाद भोजन खाने की था किया गया।
यह कार्यक्रम गोड़ समाज विकास समिति के द्वारा अयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पुरानी परंपरा संस्कृति लोक नृत्य करमा त्यौहार को जीवित रखने के लिए आदिवासी गोड़ समाज के द्वारा
मनाया जा रहा है जो आज के अधूनिक युग में लोग अपने संस्कृति त्योहार को भूलते जा रहे हैं जो विलुप्त होने के कगार पर है इसे जीवित रखने एवं लोगों को अपने संस्कृति त्यौहार ऑन के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से लखनपुर विकासखंड स्तरीय प्रकृति पर्व करमा तिहार का आयोजन किया जा रहा है इस अवसर पर महिला एवं युवतियां उपवास रहती है
और करम वृक्ष की डंगाल को घर के आंगन में रोपित कर करम देवता की पूजा करते हुए करम धरम की कथा सुनते हैं और जाई, ज्वारा सजाये रहते है इस दिन श्रदालु महिलाएं एवं पुरुष पंरपरागत मांदर की थाप में नृत्य करते है।